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Heatwave Crisis: धधकती दिल्ली, प्यास से जूझते लोग, टूट रहे गर्मी के सारे रिकॉर्ड, इस डरावनी हीटवेव की वजह क्या है?

उत्तर भारत भीषण गर्मी और लू की चपेट में है. लोग कहीं लू से तो कहीं प्यास से मर रहे हैं. राजधानी दिल्ली में 'रेड' अलर्ट जारी किया गया है. मौसम विभाग ने बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली में रेड अलर्ट जारी किया है. इससे साफ है कि उत्तर भारत को अभी गर्मी से राहत नहीं मिलेगी.

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Edited By: India Daily Live
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Courtesy: Social Media

पूरा उत्तर भारत भीषण गर्मी और लू की चपेट में है. हर दिन गर्मी लोगों की जान ले रही है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार को 'रेड' अलर्ट जारी किया गया है. एक दिन पहले, पूरे क्षेत्र में भीषण गर्मी की लहर के चलते महानगर में तापमान 45.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. इस गर्मी मे दिल्ली के कई इलाकों में पानी की भारी किल्लत हो गई है. राष्ट्रीय राजधानी में भी पानी की मारा-मारी देखने को मिल रही है. गीता कॉलोनी, वसंत विहार, ओखला जैसे  इलाकों में पानी की भारी किल्लत है. लोग टैंकर के पानी पर दिन बिता रहे हैं. 

यूपी, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश में भी सेम हालात हैं. गर्मी के कराण हर जगह लोग परेशान हैं. हिमाचल प्रदेश और बिहार में भी 18 जून तक ऐसी ही स्थिति रहने की उम्मीद है. इस बीच, देश के दक्षिणी हिस्से चेन्नई और आसपास के इलाकों में रात भर बारिश हुई, जिससे शहर को भीषण गर्मी से राहत मिली. 

मौसम विभाग ने बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली में रेड अलर्ट जारी किया है. इससे साफ है कि उत्तर भारत को अभी गर्मी से राहत नहीं मिलेगी. उत्तर प्रदेश में लू का कहर जारी है. गर्मी की वजह से अलग-अलग जिलों में कुल 169 लोगों की मौत हुई है, जिसमें अकेले वाराणसी में ही 33 मौतें शामिल हैं.

दिल्ली की 'गर्म रात'

आईएमडी के अनुसार, 'गर्म रात' तब होती है जब अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक होता है और न्यूनतम तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक होता है. दूसरी ओर, लू तब होती है जब अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक होता है, जबकि यह सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक होता है. मौसम विभाग के अनुसार, मंगलवार को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 33.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

हीटवेव क्या है?

जब मौदानी इलाकों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो जाता है और उस क्षेत्र के सामान्य तापमान से कम से कम 4.5 डिग्री अधिक होता है, तो आधिकारिक तौर पर हीटवेव की घोषणा की जाती है. गंभीर हीटवेव तब होती है जब अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो या सामान्य तापमान से 6.5 डिग्री या उससे अधिक हो. 

अल नीनो का प्रभाव

आईएमडी के अनुसार, दिल्ली में दिन के समय उच्च तापमान राजस्थान और दक्षिण हरियाणा से बहने वाली शुष्क और गर्म पश्चिमी हवाओं के कारण हो रहा है. ये गर्म हवाएं रात के दौरान भी चल रही हैं. जब दिन और रात दोनों ही सामान्य से ज़्यादा गर्म होते हैं, तो दिन के शुरुआती समय या शाम को चिलचिलाती गर्मी से ज़्यादा राहत नहीं मिलती. मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया है कि रातें गर्म होने की वजह से दिन और भी ज़्यादा गर्म हो जाते हैं क्योंकि सतह ज़्यादा गर्म हो जाती है.

भारत में हीटवेव और लू के दिन बढ़ते जा रहे हैं. अब देश में 20 दिन से ज्यादा लू चलता है. पिछले दो सालों में इसमें बढ़ोतरी देखी गई है. मौसम के जानकार इसके पीछे जलवायु परिवर्तन को जिम्मेदार मानते हैं. इस साल की गर्मी इसलिए भी ज्यादा पड़ रही है क्योंकि अल नीनो का प्रभाव देखने को मिल रहा है.