'हैप्पी पासिया की गिरफ्तारी मील का पत्थर', पंजाब डीजीपी, कहा- वान्टेड आतंकवादी के ISI से थे संबंध

हैप्पी पासिया की गिरफ्तारी आतंकवाद के खिलाफ भारत और अमेरिका के सहयोग का प्रतीक है. यह कदम पंजाब में शांति और सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण है.

Sagar Bhardwaj

गैंगस्टर से आतंकी बने हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पासिया को 18 अप्रैल 2025 को अमेरिका के सैक्रामेंटो में FBI और अमेरिकी आव्रजन अधिकारियों ने गिरफ्तार किया. पासिया पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और खालिस्तानी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) से गहरे संबंधों का आरोप है. FBI सैक्रामेंटो ने अपने बयान में कहा, "आज, पंजाब, भारत में आतंकी हमलों के लिए जिम्मेदार कथित आतंकी हरप्रीत सिंह को #FBI और #ERO ने सैक्रामेंटो में गिरफ्तार किया. दो अंतरराष्ट्रीय आतंकी समूहों से जुड़े, वह अवैध रूप से अमेरिका में घुसा और पकड़े जाने से बचने के लिए बर्नर फोन का इस्तेमाल करता था."

आतंकी गतिविधियों में पासिया की भूमिका
पंजाब पुलिस के अनुसार, 2023 से 2025 के बीच पासिया ने पंजाब और अन्य राज्यों में लक्षित हत्याओं, पुलिस प्रतिष्ठानों पर ग्रेनेड हमलों और उगाही की साजिशों में "केंद्रीय भूमिका" निभाई. वह 16 आतंकी हमलों, जिनमें 14 ग्रेनेड हमले शामिल हैं, का मास्टरमाइंड है. जनवरी में, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने चंडीगढ़ में एक ग्रेनेड हमले के लिए पासिया पर 5 लाख रुपये का इनाम रखा था.


ISI और BKI से गठजोड़
FBI के नई दिल्ली कार्यालय ने बताया कि पासिया पंजाब में कई आतंकी हमलों में वांछित था. वह बर्नर फोन और एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप्स का उपयोग कर अपनी गतिविधियों को छिपाता था. पंजाब पुलिस के सूत्रों ने खुलासा किया कि पासिया ने अपने स्थानीय सहयोगियों के माध्यम से हमलावरों को विस्फोटक, हथियार और लॉजिस्टिक समर्थन प्रदान किया.

प्रत्यर्पण की कोशिशें
पंजाब पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने इस गिरफ्तारी को "आतंक के खिलाफ युद्ध में एक बड़ा मील का पत्थर" बताया. उन्होंने कहा, "हमने केंद्र सरकार के साथ मामला उठाया है और पासिया के प्रत्यर्पण के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं." पासिया के खिलाफ 33 FIR और 10 लुकआउट सर्कुलर जारी किए गए हैं.