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India Daily

पंजाब-हरियाणा में ट्रैवल एजेंटों पर कार्रवाई, अमेरिका से डिपोर्ट शख्स ने की शिकायत

पंजाब पुलिस ने अमृतसर जिले के एक ट्रैवल एजेंट के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिसने कथित तौर पर अमेरिका से निर्वासित एक व्यक्ति को अवैध रूप से भेजा था. यह व्यक्ति भारत से आए उन 104 अवैध प्रवासियों में शामिल था, जिन्हें बुधवार को अमेरिकी अधिकारियों ने वापस भेजा था .

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Edited By: Gyanendra Sharma
Action taken against travel agents in Punjab-Haryana
Courtesy: Social Media

पंजाब और हरियाणा की पुलिस ने कुछ ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ अवैध भारतीय प्रवासियों को धोखा देने के आरोप में मामले दर्ज किए हैं. दो दिन इन्हें पहले अमेरिका द्वारा निर्वासित किया गया था. निर्वासित किये गये लोगों में से कई ने आरोप लगाया है कि ट्रैवल एजेंटों ने उन्हें धोखा दिया, जो उन्हें 'डंकी' मार्गों के माध्यम से अमेरिका ले गये  जो प्रवासियों द्वारा देश में प्रवेश करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला अवैध और जोखिम भरा मार्ग है.

पंजाब पुलिस ने अमृतसर जिले के एक ट्रैवल एजेंट के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जिसने कथित तौर पर अमेरिका से निर्वासित एक व्यक्ति को अवैध रूप से भेजा था. यह व्यक्ति भारत से आए उन 104 अवैध प्रवासियों में शामिल था, जिन्हें बुधवार को अमेरिकी अधिकारियों ने वापस भेजा था .

ट्रैवल एजेंट, जिस पर बीएनएस और पंजाब ट्रैवल प्रोफेशनल्स (विनियमन) अधिनियम, 2014 की धारा 318 (4) के तहत मामला दर्ज किया गया था, की पहचान अमृतसर ग्रामीण के भिंडी सैदन पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले कोटली खेहरा गांव के निवासी सतनाम सिंह मनन के रूप में हुई थी. शिकायतकर्ता दलेर सिंह, अमृतसर जिले के राजासांसी के निकट सलेमपुरा गांव के निवासी हैं, तथा उन 104 अवैध भारतीय प्रवासियों में शामिल थे, जिन्हें अमेरिका ने निर्वासित कर दिया था.

60 लाख रुपये में डील

दलेर ने पुलिस को दी गई अपनी शिकायत में कहा कि 2023 में मेरे रिश्तेदार गुरसेवक सिंह ने मुझे सतनाम सिंह से मिलवाया, जो एक ट्रैवल एजेंट है. मुझे अमेरिका भेजने के लिए 60 लाख रुपये में डील तय हुई. मैंने सतनाम सिंह के खाते में 5 लाख रुपये जमा किए और उसे अपना पासपोर्ट दे दिया. उसने नाइजीरियाई वीजा की व्यवस्था की, लेकिन मुझे वापस लौटना पड़ा क्योंकि मुझे आगे का वीजा नहीं मिल सका.

डंकी रूट पहुंचा अमेरिका

उन्होंने बताया, पिछले साल 15 अगस्त को उन्होंने मुझे दुबई भेजा, जहां मैं करीब छह-सात दिन रहा. उसके बाद मुझे ब्राजील भेज दिया गया. 26 अगस्त को मेरी पत्नी चरणजीत कौर और साले गुरसेवक सिंह ने सतनाम सिंह को 15 लाख रुपए नकद दिए. कुछ दिनों बाद मेरी पत्नी ने सिंह के खाते में 6 लाख रुपए और ट्रांसफर कर दिए . 1 जनवरी को मेरी पत्नी और साले ने मुझे मेक्सिको से अमेरिका की सीमा पार करवाने के लिए 34 लाख रुपए दिए. उन्होंने कहा, "हालांकि, सौदे के अनुसार, उन्हें मुझे कानूनी रूप से अमेरिका भेजना था, लेकिन मुझे 'डंकी' मार्ग से ले जाया गया, जहां मुझे पनामा के जंगलों में खतरनाक रास्तों से गुजरना पड़ा और उसके बाद 15 जनवरी को अमेरिकी अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया.

पुलिस ने दुकान की सील

पुलिस ने बताया कि आरोपी फरार है और उसकी तलाश में टीमें लगी हुई हैं. हालांकि, पुलिस ने राजासनी स्थित उसकी दुकान को सील कर दिया है. पंजाब के एनआरआई मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा कि सरकार ऐसे अन्य एजेंटों के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू करने के लिए काम कर रही है. उन्होंने कहा कि हाल ही में अमेरिका से निर्वासन के संबंध में एक ट्रैवल एजेंट के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था.

धालीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देश के बाद ट्रैवल एजेंट सतनाम सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. अन्य एजेंटों के खिलाफ भी कार्रवाई शुरू कर दी गई है. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे ऐसे किसी भी ट्रैवल एजेंट के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएं, जिसने उनसे पैसे लिए हों या धोखाधड़ी की हो. उन्होंने कहा, "इससे अधिकारी इन एजेंटों के खिलाफ ठोस कार्रवाई कर सकेंगे.