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मंगलसूत्र, विरासत और मुसलमान के बीच कहां फंस गए सैम पित्रोदा? वीडियो पर बुरे फंसे कांग्रेस के 'चाणक्य'

कांग्रेस अभी मुसलमान, मंगलसूत्र और संपत्ति विवाद से निकल ही नहीं पाई थी कि सैम पित्रोदा के एक बयान पर बुरी तरह से घिर गई है. अब उन्होंने विरासत टैक्स की वकालत कर नई आफत मोल ले ली है.

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कांग्रेस (Congress) पहले मंगलसूत्र, मनमोहन और मुसलमान पर बुरी तरह फंसी है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता पार्टी को मुस्लिम तुष्टीकरण के लिए जमकर घेर रहे हैं. खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी रैलियों में कह रहे हैं कि कांग्रेस आपकी संपत्ति को छीनकर मुसलमानों को बांटना चाहती है. कांग्रेस अभी इन आरोपों से जूझ ही रही थी कि कांग्रेस के 'चाणक्य' कहे जाने वाले सैम पित्रोदा ने पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. उन्होंने विरासत पर 50 फीसदी टैक्स की वकालत कर दी है.

इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने शिकागो में ANI को दिए गए एक इंटरव्यू में कहा, 'अमेरिका में विरासत कर लगता है. अगर किसी के पास 100 मिलियन डॉलर की संपत्ति है, उसके निधन के बाद केवल 45 फीसदी हिस्सा ही उसके बच्चों को मिलता है, 55% सरकार हड़प लेती है. यह एक दिलचस्प कानून है.'

सैम पित्रोदा ने कहा, 'इस कानून के पीछे तर्क है कि आपने इतनी संपत्ति जुटाई और जब आप जा रहे हैं तो आपको आधी संपत्ति जनता के लिए छोड़नी चाहिए.  यह निष्पक्ष है, जो मुझे ठीक लगता है. इसलिए लोगों को इस तरह के मुद्दों पर बहस और चर्चा करनी होगी.

सैम पित्रोदा ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि इसका नतीजा क्या होगा लेकिन जब हम संपत्ति के वितरण की बात करते हैं तो हमें नई नीतियों और कार्यक्रमों के बारे में बात करनी चाहिए. यही नीति लोगों के हित में है. यह आम जनता का हित करेगा, अति अमीरों के हित में ये नहीं है.'

सैम पित्रोदा ने मोल ले ली है आफत
भारतीय जनता पार्टी के IT सेल के हेड अमित मालवीय ने लिखा, 'कांग्रेस ने तय कर लिया है कि भारत को तबाह कर देगी. अब सैम पित्रोदा विरासत पर 50 प्रतिशत टैक्स लगाने की बात कर रहे हैं. इसका मतलब है कि हमारी कड़ी मेहनत से जुटाई गई संपत्ति संपत्ति, छीन ली जाएगी. सभी तरह के टैक्स देने के बाद भी 50 प्रतिशर छीन लिया जाएगा, अगर कांग्रेस सत्ता में आएगी.'


सैम पित्रोदा के बयान पर क्या है कांग्रेस की सफाई?
कांग्रेस महासचिव ने सैम पित्रोदा के बयान पर सफाई पेश की है. उन्होंने कहा, 'सैम पित्रोदा मेरे सहित दुनिया भर में कई लोगों के लिए गुरु, मित्र, दार्शनिक और मार्गदर्शक के समान रहे हैं.उन्होंने भारत के विकास में कई महत्वपूर्ण योगदान दिया है. वह इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष हैं. पित्रोदा जी उन मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखते हैं जिनके बारे में वह बोलना ज़रूरी समझते हैं. लोकतंत्र में एक व्यक्ति अपनी बात रखने, चर्चा करने और व्यक्तिगत विचारों को लेकर बहस करने के लिए निश्चित रूप से स्वतंत्र भी होता है.'

जयराम रमेश ने लिखा, 'लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि पित्रोदा जी के विचार हमेशा भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के पोज़ीशन को दर्शाते हैं. कई बार उनके विचार अलग होते हैं. अब उनकी टिप्पणियों को सनसनीखेज बनाकर दूसरे संदर्भ में पेश किया जा रहा है. ऐसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दुर्भावना और नफरत से भरे चुनाव अभियान से ध्यान भटकाने के लिए जानबूझकर किया जा रहा है; जो सिर्फ़ और सिर्फ़ झूठ पर आधारित है.'

चुनाव में मंगलसूत्र पर जमकर हो रही जंग
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने इन आरोपों पर कहा, 'कांग्रेस ने 55 साल में क्या किसी का सोना या मंगलसूत्र छीना? जब देश युद्ध लड़ रहा था, इंदिरा जी ने अपना मंगलसूत्र व गहने दान किए. लाखों महिलाओं ने इस देश के लिए अपने मंगलसूत्र कुर्बान किए. जब मेरी बहनों को नोटबंदी में अपने मंगलसूत्र गिरवी रखने पड़े, तब प्रधानमंत्री जी कहां थे? जब किसान आंदोलन में 600 किसान शहीद हुए तब उन​की विधवाओं के मंगलसूत्र के बारे में सोचा? आज वोटों के लिए महिलाओं को डरा रहे हैं? प्रधानमंत्री जी मंगलसूत्र का महत्व समझते तो ऐसी अशोभनीय बातें नहीं करते.'