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यूपी में 'राम भरोसे' राहुल-प्रियंका, क्या अमेठी-रायबरेली के लिए कांग्रेस ने तैयार कर लिया प्लान?

वायनाड में 26 अप्रैल को चुनाव हैं. चुनाव के बाद ऐसी अटकलें हैं कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी, अयोध्या में रामलला के मंदिर जाएंगे. अमेठी और रायबरेली से अपनी पारंपरिक सीट पर दोनों चुनाव लड़ सकते हैं.

twitter/congress
Abhishek Shukla
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उत्तर प्रदेश में अब कांग्रेस का गांधी परिवार, राम भरोसे नजर आ रहा है. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी अब रामलला के मंदिर में दर्शन करने जाएंगे. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी, उत्तर प्रदेश की अपनी पारंपरिक सीट, अमेठी और रायबरेली से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं. ऐसा कहा जा रहा है कि दूसरे चरण के तहत राहुल गांधी की वायनाड संसदीय सीट पर वोटिंग हो जाए, उसके बाद गांधी परिवार, अयोध्या में रामलला का दर्शन करेगा. दर्शन के बाद गांधी भाई-बहन चुनाव के लिए नामांकन कर सकते हैं.

वायरनाड में 26 अप्रैल को दूसरे चरण के तहत वोटिंग है. राहुल गांधी कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (CPI) नेता अन्नी राजा के खिलाफ चुनावी मैदान में हैं. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि वायनाड में पड़े वोटों का गुणा-गणित समझने के बाद ही कांग्रेस रायबरेली और अमेठी में उतरेगी. राहुल, वायनाड की जनता को यह समझाना चाह रहे हैं कि वे उन्हें छोड़कर कहीं जाने वाले नहीं हैं. 

क्या अमेठी और रायबरेली से चुनाव लड़ेगा गांधी परिवार?

सोनिया गांधी, अब चुनावी राजनीति से संन्यास ले चुकी हैं. वे राज्यसभा से संसद जा रही हैं. उनकी पारंपरिक सीट रायबरेली खाली है, जिस पर गांधी परिवार का दशकों से दबदबा है. अमेठी राहुल गांधी गंवा चुके हैं. वहां की सांसद स्मृति ईरानी हैं. रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी 26 अप्रैल के बाद अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं. दोनों सीटों के लिए नामांकन भी इसी दिन से शुरू होगा. अयोध्या में रामलला के आशीर्वाद के बाद प्रियंका गांधी और राहुल गांधी अपना नामांकन पेश करेंगे. 

क्यों दावेदारी पर खुलकर नहीं बोल रहे कांग्रेस नेता?

कांग्रेस सधी हुई रणनीति से काम कर रही है. सूत्रों के मुताबिक वायनाड में राहुल गांधी का सियासी गेम न बिगड़ने पाए, इसलिए ही अभी तक कांग्रेसी नेताओं ने चुप्पी साधी है. 26 अप्रैल के बाद यहां कैंपेनिंग शुरू हो सकती है. यूपी की ये दोनों सीटें कांग्रेस की पारंपरिक सीट रही हैं. अब समाजवादी पार्टी के गठबंधन के बाद यहां स्थिति और मजबूत हुई है. सपा वैसे भी इन दोनों सीटों पर अपने मजबूत उम्मीदवार उतारने से बचती रही है. अगर यहां दोनों नेता उतरते हैं सियासी लड़ाई बेहद दिलचस्प होगी. 

क्यों यूपी से लड़ सकते हैं राहुल प्रियंका?

पहले चरण की वोटिंग के बाद कांग्रेस को उम्मीद है कि राज्य में पार्टी की स्थिति मजबूत हुई है. अमेठी और रायबरेली कांग्रेस का गढ़ रही है. ये कांग्रेस के लिए सुरक्षित सीटें रही हैं. अमेठी में कांग्रेस को नुकसान पहुंचा है लेकिन रायबरेली में मामला कांग्रेस के पक्ष में नजर आ सकता है. यही वजह है कि 1 मई से लेकर 3 मई के बीच राहुल गांधी और प्रियंका गांधी अपना नामांकन दाखिल कर सकते हैं. अब इस पर फैसला राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को करना है

क्यों इन सीटों पर लड़ सकता है गांधी परिवार?

अमेठी में राहुल गांधी ने साल 2004 में अपना पहला चुनाव लड़ा था. लगातार तीन बार से इस सीट से सांसद चुने जा चुके हैं. स्मृति ईरानी ने प्रचंड मोदी लहर में साल 2019 में ये सीट छीन ली थी. राहुल गांधी ने दो सीटों से चुनाव लड़ा था. वे यूपी गंवाकर वायनाड से संसद पहुंचे थे. रायबरेली कांग्रेस की पारंपरिक सीट रही है. इस सीट पर 2004 से अब तक कांग्रेस कभी हारी ही नहीं है.

फरवरी में सोनिया गांधी राज्यसभा चली गईं और चुनाव न लड़ने का ऐलान कर दिया. अब राहुल गांधी और प्रियंका गांधी इस सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा, भी इन्हीं सीटों पर चुनाव लड़ना चाहते हैं. वे खुलकर कई बार कह चुके हैं. उनसे जुड़े विवादों की वजह से कांग्रेस, टिकट देने से कतरा रही है. अब सारा फैसला गांधी परिवार को करना है. दोनों सीटों पर पांचवे चरण के तहत 20 मई को वोटिंग होगी.