नई कार लेने पर मिलेगी छूट, दिल्ली की हवा भी होगी साफ, समझिए क्या है सरकार का प्लान

Vehicle Scrapping in Delhi: अगर आप दिल्ली में रहते हैं और आप अपने पुराने व्हीकल को स्क्रैप कराना चाहते हैं तो आपको जल्द ही इस पर छूट मिल सकती है. जल्दी ही एक ऐसा नियम आ सकता है जिसमें अगर आप अपने पुराने व्हीकल को स्क्रैप करते हैं तो आप नए व्हीकल के रजिस्ट्रेशन पर 20% तक की बचत की जा सकेगी. 

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Vehicle Scrapping in Delhi: दिल्लीवासियों के लिए एक खुशखबरी है. अगर दिल्ली में पुरानी व्हीकल्स को स्क्रैप किया जाता है तो जल्द ही उसके लोगों को नया व्हीकल खरीदने पर छूट मिल सकती है. दिल्ली सरकार ने एक प्रस्ताव तैयार किया है, जिसे अगर मंजूरी मिल जाती है, तो नए व्हीकल के रजिस्ट्रेशन पर 20% तक की बचत की जा सकेगी. राज्य सरकार ने इस प्रस्ताव को मंजूर कराने के लिए दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना के पास भेज दिया है. 

अगर ऐसा हो जाता है तो इस कदम से दिल्ली की सड़कों से पॉल्यूशन फैलाने वाले व्हीकल्स की संख्या को कम करने में मदद मिलेगी. दिल्ली सरकार ने नए व्हीकल और नॉन-ट्रांसपोर्ट व्हीकल्स के रजिस्ट्रेशन के लिए मोटर व्हीकल टैक्स में छूट देने का वादा किया है. यह छूट तभी मिलेगी, जब खरीदार रजिस्टर्ड व्हीकल स्क्रैपिंग सर्विस का सर्टिफिकेट उपलब्ध कराएंगे. 

व्हीकल स्क्रैपिंग पॉलिसी क्या है:

पॉल्यूशन फैलाने वाले व्हीकलों को सड़कों से हटाने के लिए, केंद्र सरकार ने व्हीकल स्क्रैपेज पॉलिसी बनाई है, जो उन व्हकील मालिकों को प्रोत्साहन देते हैं जो पुरानी कार या बाइक को स्क्रैप कराते हैं. बता दें कि दिल्ली में, कोई भी व्हीकल ओनर 15 साल से ज्यादा पुरानी पेट्रोल कार या 10 साल से ज्यादा पुरानी डीजल कार का इस्तेमाल नहीं कर सकता. केंद्र और कुछ व्हीकल निर्माताओं ने कई व्हीकल स्क्रैपेज केंद्र भी शुरू किए हैं जहां कोई भी व्यक्ति अपनी पुरानी कार, बाइक आदि काृो स्क्रैप करा सकता है. 

क्लामेट चेंज पर पड़ेगा कैसा असर:

बता दें कि पुरानी व्हीकल्स को स्क्रैप करने से क्लाइमेट चेंज पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह के प्रभाव पड़ सकते हैं. अगर आप इस बारे में नहीं जानते हैं तो चलिए बताते हैं. 

पॉजिटिव इफेक्ट: 

  • पुराने व्हीकल्स को स्क्रैप करने से ग्रीनहाउस गैस निकलने में कमी आ सकती है, क्योंकि नए व्हीकल आमतौर पर ज्यादा बेहतर ईंजन एफिशियंसी देते हैं और कम धुंआ छोड़ते हैं. 

  • पुराने व्हीकल्स को स्क्रैप करने से स्टील, एल्युमीनियम और तांबे जैसी मैटेरियल्स को रिसाइकल किया जा सकता है. इससे प्राइमरी प्रोडक्शन और की जरूरत कम हो जाती है. 

  • पुराने व्हीकल्स को स्क्रैप करने से इलेक्ट्रिक या हाइब्रिड व्हीकल्स जैसे ट्रांसपोर्टेशन के इस्तेमाल को बढ़ावा मिल सकता है.

नेगेटिव इफेक्ट: 

  • नए व्हीकल्स को बनाने के लिए जो संसाधन लगते हैं और इसके सारे प्रोसेसर में ज्यादा उत्सर्जन होता है.

  • नए व्हीकल्स को बनानेो में एनर्जी भी ज्यादा खपत होती है जो ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में योगदान देती है.

  • पुराने व्हीकल्स को स्क्रैप करने से वेस्ट बहुत ज्यादा होता है जिसमें बैटरी, टायर या फ्लूड्स शामिल हैं.