महाभारत युद्ध खत्म होने के बाद जल क्यों गया था अर्जुन का रथ?
Mahabharat Arjun Rath Story: महाभारत का युद्ध खत्म होने के बाद अर्जुन का रथ जलकर राख हो गया था. क्या आपको पता है कि ऐसा क्यों हुआ था? आइए जानते हैं.
Mahabharat Arjun Rath Story: महाभारत का युद्ध 18 दिनों तक चला था. पांडव ने कौरवों पर विजय प्राप्त की. श्रीकृष्ण अर्जुन के सारथी थी. उन्ही की वजह से पांडवों ने ये युद्ध जीता था. आपको पता हो कि जैसे ही अर्जुन और कृष्ण रथ से नीचे उतरे और कुछ दुर गए तो रथ धधक कर जलने लगा. आखिर ये रथ जला क्यों था. आइए इसके पीछे का कारण जानते हैं.
अर्जुन जिस रथ पर सवार थे. उस पर भगवान श्रीकृष्ण विराजमान थे. इसके अलावा रथ के ऊपर पताके पर वीर हनुमान विराजमान थे. और पृथ्वी के नीचे से रथ को शेषनाग संभाले हुए थे.
युद्ध खत्म हुआ. अर्जुन ने कृष्ण से पहले उतरने के लिए कहा. लेकिन वो नहीं उतरे. उन्होंने अर्जुन को पहले उतरने को कहा. अर्जुन रथ से उतर गए. इसके बाद हनुमान जी भी वापस चले गए. नीचे से रथ को संभालने वाले शेषनाग भी रथ को छोड़कर जा चुके थे. अब सिर्फ भगवान श्रीकृष्ण रथ पर सवार थे. वो भी कुछ देर में उतर गए.
इसलिए जला था अर्जुन का रथ
भगवान श्रीकृष्ण रथ से उतरने के बाद अर्जुन को कुछ दूर लेकर गए. दोनों के दूर जाते ही रथ जलने लगा. ये नजारा देख अर्जुन दंग रह गए. वो अपने आपको रोक नहीं पाए. जिस रथ पर सवार होकर महाभारत का सबसे बड़ा युद्ध लड़ा और जीता उस रथ से उतरते ही वो धूं-धूं कर जलने लगे तो आश्चर्य तो होता ही.
कृष्ण ने अर्जुन के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि जिस रथ पर तुम सवार थे वो बहुत पहले ही जल जाता. लेकिन मैं, हनुमान जी तुम्हारे रथ पर सवार थे. इसलिए यह चल रहा था. अन्यथा यह बहुत पहले ही जलकर राख हो गया होता. क्योंकि भीष्म पितामह, द्रोणाचार्य और कर्ण के दिव्यास्त्रों के वार से रथ नष्ट हो चुका है. यह बहुत पहले ही जल चुका था. ये रथ मेरे संकल्प से बचा हुआ था. मैंने अब इसे छोड़ दिया तो यह जल गया.