Zero Shadow Day: बेंगलुरु में कैसे देखें छाया का जादू?
Anvi Shukla
2025/04/24 09:27:05 IST
क्या है जीरो शैडो डे?
यह वह समय है जब सूर्य सीधे किसी स्थान के ऊपर होता है और वस्तुएं कोई छाया नहीं बनातीं. यह कुछ सेकंड्स के लिए होता है.
Credit: social mediaकभी भी नहीं देखी ऐसी घटना
सूर्य के सीधे ऊपर आने पर ही यह घटना होती है. बैंगलोर, चेन्नई और मंगलुरु जैसे शहरों में यह साल में दो बार होता है.
Credit: social mediaसूर्य का ऊंचा स्थान
जीरो शैडो डे तब होता है जब सूर्य आकाश में सबसे ऊँचा होता है और उसकी किरणें सीधे नीचे गिरती हैं. कोई छाया नहीं बनती.
Credit: social mediaक्यों होती है यह घटना?
पृथ्वी की धुरी 23.5 डिग्री झुकी होती है, इसलिए सूर्य कभी भी सीधे ऊपर नहीं आता, लेकिन उष्णकटिबंधीय क्षेत्र में यह घटना होती है.
Credit: social mediaकौन से शहरों में होती है यह घटना?
बैंगलोर, चेन्नई और मंगलुरु जैसे भारतीय शहरों में यह घटना होती है क्योंकि ये शहर भूमध्य रेखा और कर्क रेखा के बीच स्थित हैं.
Credit: social mediaकब देख सकते हैं इसे?
बैंगलोर में यह घटना अप्रैल 24 और फिर अगस्त 18 को होती है. हर साल तारीख थोड़ी बदल सकती है क्योंकि पृथ्वी की कक्षा बदलती रहती है.
Credit: social mediaसाइंस का सरल उदाहरण
जीरो शैडो डे पृथ्वी की धुरी और सूर्य की दिशा को समझने का एक शानदार तरीका है. यह हमें आकाशीय घटनाओं को समझने में मदद करता है.
Credit: social mediaप्राकृतिक अद्भुत दृश्य
यह दृश्य न केवल आकर्षक होता है, बल्कि यह हमारे आकाशीय ग्रहों की गतियों और प्रभावों को महसूस करने का अद्भुत अवसर भी है.
Credit: social mediaशिक्षा का अवसर
जीरो शैडो डे एक शानदार शैक्षिक मौका है. यह घटना छात्रों और विज्ञान प्रेमियों के लिए पृथ्वी के आंदोलन को समझने का एक व्यावहारिक उदाहरण है.
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