अल-अक्सा परिसर, आस्था का केंद्र या फसाद की जड़!
उसके बाद इजरायल जवाबी कार्रवाई करते हुए हमास पर जमकर हमले कर रहा है.
इजरायल और हमास के बीच जंग जारी है. तोपों से निकले गोलों ने लोगों को अपना घर-बार छोड़ने को मजबूर कर दिया है.
इस जंग की वजह अल-अक्सा मस्जिद को बताया जाता है.
यहूदी और फिलिस्तीनियों के लिए यह एक पवित्र स्थल है.
यह विश्व के सबसे पुराने शहरों में से एक येरूशेलम में स्थित है जो 35 एकड़ परिसर में बनी है.
मुस्लिम समुदाय के लोग इसे अल-हराम अल शरीफ के नाम से जानते हैं.
8वीं सदी में बनी यह मस्जिद के बारे में मुसलमान कहते हैं कि पैगंबर मोहम्मद साहब ने इसी स्थान से जन्नत का रास्ता तय किया था.
मक्का और मदीना के बाद यह मुसलमानों का तीसरा सबसे पवित्र स्थल है.
यहूदी इसे टेंपल माउंट कहते हैं. इनका मानना है कि अल अक्सा मस्जिद वही स्थान है जहां की मिट्टी को उठाकर ईश्वर ने पहला इंसान बनाया था.