नये साल के पहले दिन भारत ने रचा इतिहास, ISRO ने XPoSat सैटेलाइट को किया लॉन्च
चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग और सफल सूर्य मिशन लॉन्च करने के बाद नए साल के पहले दिन इसरो एक और एतिहासिक मिशन को लॉन्च कर दिया है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने PSLV-C58-XPoSat मिशन लॉन्च कर दिया है.
नई दिल्ली: चांद के दक्षिणी ध्रुव पर सफल लैंडिंग और सफल सूर्य मिशन लॉन्च करने के बाद नए साल के पहले दिन इसरो एक और एतिहासिक मिशन को लॉन्च कर दिया है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने PSLV-C58-XPoSat मिशन लॉन्च कर दिया है. इस मिशन का उद्देश्य ब्लैक होल्स के राज खोलना और रेडिएशन आदि पता लगाना है.
यह सैटेलाइट भारत का पहला और दुनिया का दूसरा पोलारिमेट्री मिशन है. इसके सबसे पहले साल 2021 में नासा द्वारा लॉन्च किया गया था. नए कैलेंडर साल 2024 के पहले दिन 1जनवरी को सोमवार को सुबह 09:10 पर श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में निर्धारित है.
वैश्विक अंतरिक्ष में भारत की धमक
चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 की सफल सॉफ्ट लैंडिंग और भारत के पहले सौर मिशन, आदित्य-एल1 के प्रक्षेपण के साथ भारत 2023 में नई ऊंचाइयों पर पहुंच गया. इन मील के पत्थर ने न केवल वैश्विक अंतरिक्ष अर्थव्यवस्था में भारत की स्थिति को सुरक्षित किया बल्कि भारत में निजी अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए इंजन को भी बढ़ावा दिया.