Saran Lok Sabha: बिहार की सबसे हॉट सीट कही जाने वाली सारण से लालू की बेटी रोहिणी आचार्य चुनावी मैदान में हैं. अब उनके खिलाफ लालू यादव ने भी मैदान में ताल ठोक दी है. लालू ने नामांकन करके सभी को चौंका दिया है. मीडिया में उन्हीं के नाम की चर्चा चल रही है. आइए जानते हैं कि आखिर बिहार में इतना बड़ा खेला कैसे हो गया.
आप सोच रहे होंगे कि आखिर RJD से दो उम्मीदवार कैसे एक ही सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. तो आपको बता दें कि ये आरजेडी वाले लालू यादव नहीं बल्कि कोई और ही है. सारण से जिस लालू यादव ने चुनावी पर्चा दाखिल किया है, वो ग्राम प्रधान से लेकर MLA और यहां तक की राष्ट्रपति का चुनाव लड़ने की कोशिश की थी. इनकी कहानी भी बड़ी ही दिलचस्प है. ये बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के हमनाम हैं
आरजेडी सुप्रीमो लाल प्रसाद यादव के हमनाम वाले लालू प्रसाद यादव साल 2001 से चुनावी लड़ रहे हैं. उन्होंने छोटे चुनाव से लेकर बड़े चुनाव में ताल ठोकी लेकिन अभी तक उन्हें कामयाबी मिल नहीं पाई है. ये लालू मढ़ौरा के रहने वाले हैं.
लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य के खिलाफ मढ़ौरा वाले लालू प्रसाद यादव ने चुनावी माहौल को और भी गर्म कर दिया है. इन्होंने राष्ट्रपति चुनाव के लिए दो बार नामांकन दाखिल करने की कोशिश की थी. इससे पहले जितनी भी बार लालू चुनावी मैदान में उतरे हर बार निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में इन्होंने नामांकन किया है.
लालू के हमनाम लालू प्रसाद यादव बीते लगभग 23 सालों से चुनाव लड़ते आ रहे हैं लेकिन आज तक इन्होंने जीत का स्वाद नहीं चखा है. हर चुनाव में वो मीडिया की सुर्खियां जरूर बटोर लेते हैं. इस बार सारण से लोकसभा का नामांकन दाखिल करने के बाद मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा- इस बार जनता ने उन्हें जिताने का मन बना लिया है और उनकी जीत सत प्रतिशत सुनिश्चित है.
सारण सीट से आरजेडी ने रोहिणी तो बीजेपी ने राजीव प्रताप रूडी को चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं, लालू प्रसाद यादव ने निर्दलीय नामांकन करके दोनों ही पार्टियों की मुश्किलें बढ़ा दी है. राजीव प्रताप रूडी सारण के मौजूदा सांसद भी है. पार्टी ने उन पर एक बार फिर से विश्वास जताया है. वो 2014 से ही सारण लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.