दुआ करें कि इनसे बचे रहें, जानिए पृथ्वी के 10 खतरनाक वायरस
India Daily Live
2024/03/01 23:26:26 IST
ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस (HIV)
एचआईवी शरीर की इम्यूनिटी पावर पर हमला करता है, विशेष रूप से सीडी4 कोशिकाएं इसका टारगेट होती हैं. इसकी गिरफ्त में आने के बाद व्यक्ति काफी संवेदनशील हो जाता है.
Credit: Social Mediaइन्फ्लुएंजा वायरस (FLU)
इन्फ्लूएंजा वायरस हल्के से लेकर गंभीर लक्षणों तक सांस संबंधी बीमारी का कारण बनता है. हाई रिस्क वाले ग्रुप में छोटे बच्चे, बुजुर्ग और पहले से अस्वस्थ्य लोग आते हैं. टीकाकरण इसके लिए एक प्रभावी उपाय है.
Credit: Social Mediaइबोला वायरस (EVD)
इबोला वायरस रोग (ईवीडी) इंसानों में एक गंभीर और घातक संक्रमण है. यह जंगली जानवरों से लोगों में फैलता है. इसके बाद इंसानों से इंसानों में फैलता है.
Credit: Social Mediaजीका वायरस
जीका वायरस मुख्य रूप से संक्रमित एडीज मच्छरों के काटने से मनुष्यों में फैलता है, लेकिन यह यौन संचारित भी हो सकता है. गर्भावस्था के दौरान संक्रमण से शिशुओं में जन्म दोष जैसे माइक्रोसेफली और अन्य न्यूरोलॉजिकल हो सकती हैं.
Credit: Social Mediaरेबीज वायरस
रेबीज एक वायरल बीमारी है जो मनुष्यों और अन्य स्तनधारियों में दिमाग में सूजन का कारण बनती है. यह संक्रमित जानवरों की लार से फैलता है.
Credit: Social Mediaहरपीज सिम्प्लेक्स वायरस (HSV)
हर्पीस सिम्प्लेक्स वायरस टाइप-1 (एचएसवी-1) और टाइप 2 (एचएसवी-2) मौखिक और जननांग हर्पीस का कारण बन सकते हैं. इसकी गिरफ्त में आने पर दर्दनाक घाव और छाले हो सकते हैं.
Credit: Social Mediaवैरीसेला-जोस्टर वायरस (VZV)
वीजेडवी चिकनपॉक्स (वैरीसेला) का कारण बनता है. बाद में दोबारा सक्रिय होकर दाद (हर्पीज जोस्टर) का कारण बनते हैं. चिकनपॉक्स सबसे ज्यादा संक्रामक है, इसके लक्षणों में खुजलीदार दाने और बुखार आता है.
Credit: Social Mediaनोरोवायरस
नोरोवायरस सबसे ज्यादा संक्रामक है. आमतौर पर गैस्ट्रोएंटेराइटिस का कारण बनता है, जिससे उल्टी, दस्त, पेट में ऐंठन और मतली जैसे लक्षण होते हैं. ये स्कूलों और नर्सिंग होम जैसी जगहों पर फैसला है.
Credit: Social Mediaरोटावायरस
रोटावायरस दुनिया भर में शिशुओं और छोटे बच्चों में गंभीर दस्त का कारण बनता है. यह काफी संक्रामक है. लक्षणों में पानी जैसा दस्त, उल्टी, बुखार और पेट दर्द शामिल हैं.
Credit: Social MediaMERS-CoV
MERS-CoV बुखार, खांसी और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षणों के साथ सांस संबंधी बीमारी है. यह पहली बार साल 2012 में सऊदी अरब में पाया गया था.
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