2025 में सच्ची घटनाओं पर आधारित फिल्मों ने मचाया भौकाला
Babli Rautela
2025/12/31 08:57:01 IST
इमरजेंसी
कंगना रनौत की निर्देशित 'इमरजेंसी' ने साल की शुरुआत में धूम मचाई. 17 जनवरी को रिलीज हुई यह फिल्म 1975-77 के आपातकाल और इंदिरा गांधी के जीवन पर केंद्रित रही.
Credit: Social Mediaहोमबाउंड
नीरज घेवान निर्देशित 'होमबाउंड' में ईशान खट्टर और जान्हवी कपूर ने कोविड लॉकडाउन के दौरान प्रवासी मजदूरों की दोस्ती और संघर्ष को जीवंत किया.
Credit: Social Mediaद डिप्लोमैट
जॉन अब्राहम अभिनीत 'द डिप्लोमैट' मार्च में आई और कूटनीतिक साहस की अनोखी मिसाल बनी. उज्मा अहमद की सच्ची कहानी पर आधारित यह थ्रिलर एक भारतीय महिला की पाकिस्तान से वापसी की जद्दोजहद दिखाती है.
Credit: Social Mediaकेसरी चैप्टर 2
अक्षय कुमार की 'केसरी चैप्टर 2' अप्रैल में रिलीज हुई और जलियांवाला बाग हत्याकांड की अनसुनी दास्तान सुनाई. सी. शंकरन नायर की न्याय की लड़ाई पर फोकस करते हुए फिल्म ने ब्रिटिश शासन के अत्याचारों को नई नजर से पेश किया, दर्शकों में देशभक्ति की लहर जगाई.
Credit: Social Mediaहरि हर वीरा मल्लु
पवन कल्याण की भव्य 'हरि हर वीरा मल्लु' जुलाई में रिलीज हुई. 17वीं सदी के योद्धा की कोहिनूर चोरी की साहसिक गाथा पर आधारित यह दक्षिणी फिल्म उत्तर भारत में भी हिट रही.
Credit: Social Mediaद बंगाल फाइल्स
विवेक अग्निहोत्री की 'द बंगाल फाइल्स' सितंबर में आई और सबसे ज्यादा विवादास्पद साबित हुई. 1946 के डायरेक्ट एक्शन डे और नोआखाली दंगों पर केंद्रित यह फिल्म इतिहास के दर्दनाक पन्नों को खोलती है, बहस और चर्चा का केंद्र बनी.
Credit: Social Mediaहक
यामी गौतम और इमरान हाशमी की 'हक' नवंबर में रिलीज हुई. शाह बानो केस से प्रेरित यह कोर्टरूम ड्रामा मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की लड़ाई दिखाता है.
Credit: Social Mediaफुले
प्रतीक गांधी और पत्रलेखा स्टारर 'फुले' अप्रैल में ही आई. ज्योतिराव और सावित्रीबाई फुले के जीवन पर बनी यह फिल्म सामाजिक सुधार की प्रेरक कहानी बनी.
Credit: Social Media120 बहादुर
फरहान अख्तर की '120 बहादुर' नवंबर में आई और 1962 के रेजांगला युद्ध के शहीदों को श्रद्धांजलि दी. मेजर शैतान सिंह और उनके 120 सैनिकों की वीरता पर आधारित यह फिल्म देशप्रेम की नई मिसाल बनी, सिनेमाघरों में तिरंगा लहराया.
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