PM मोदी के 'मुसलमानों' वाले बयान पर जताई थी नाराजगी... पहले BJP ने पार्टी से निकाला, अब पुलिस ने दबोचा

Rajasthan News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'मुसलमानों' वाली टिप्पणी पर नाराजगी जताना राजस्थान भाजपा के एक मुस्लिम नेता को भारी पड़ गया. पहले भाजपा ने नेता को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया. अब पुलिस ने उस नेता को हिरासत में ले लिया है. आइए, जानते हैं कि आखिर मुस्लिम नेता को क्यों हिरासत में लिया गया है.

India Daily Live
Published :Sunday, 28 April 2024
Updated :28 April 2024, 07:13 AM IST
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Rajasthan News: प्रधानमंत्री मोदी के 'मुसलमानों' वाले बयान पर नाराजगी जताने वाले एक नेता को पुलिस ने हिरासत में लिया है. जिस नेता को हिरासत में लिया गया है, वो पहले भाजपा के ही नेता थे. पार्टी ने उन्हें बीकानेर अल्पसंख्यक सेल का चीफ बनाया था. लेकिन पीएम मोदी के 'मुसलमानों' वाले बयान पर नाराजगी जताने के बाद बीकानेर अल्पसंख्यक मोर्चा के चीफ उस्मान गनी को पहले भाजपा ने बुधवार को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया. अब एक दिन पहले यानी शनिवार को राजस्थान पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया.

द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, बीकानेर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला अध्यक्ष उस्मान गनी ने पीएम मोदी के बयान पर नाराजगी जताई थी. दरअसल, राजस्थान के बांसवाड़ा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया था. इस दौरान पीएम मोदी ने आरोप लगाया था कि अगर कांग्रेस की सरकार आई तो हमारी मां-बहनों से सोने का हिसाब लेंगे और फिर उस संपत्ति को मुसलमानों के बीच बांट देंगे. पीएम मोदी ने कहा था कि कांग्रेस की योजना लोगों की मेहनत की कमाई और कीमती सामान 'घुसपैठियों' और 'जिनके अधिक बच्चे हैं' उनको देने की है. पीएम मोदी के इस बयान को लेकर विपक्ष हमलावर हुआ. इसी बयान पर बीकानेर भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के चीफ उस्मान गनी ने भी नाराजगी जताई थी, जिसके बाद बुधवार को उन्हें भाजपा ने पार्टी से बाहर निकाल दिया.

आखिर उस्मान गनी को पुलिस ने क्यों किया गिरफ्तार?

मुक्ता प्रसाद नगर पुलिस स्टेशन के SHO धीरेंद्र शेखावत ने दावा किया कि उस्मान गनी शनिवार दोपहर पुलिस स्टेशन पहुंचे. इससे दो-तीन दिन पहले उनके इलाके में एहतियात के तौर पर पुलिस की एक टीम भेजी गई थी. उन्होंने आज पुलिस स्टेशन आकर मुझसे पूछा कि हमने उनके घर पर पुलिस की गाड़ी भेजने की हिम्मत कैसे की? शेखावत ने बताया कि हमें यह भी नहीं पता था कि वे कौन थे. उन्होंने पुलिस से उलझने की कोशिश की. उन्होंने काफी हंगामा किया, इसलिए हमने शांति भंग करने के लिए सीआरपीसी की धारा 151 के तहत कार्रवाई की और उन्हें हिरासत में ले लिया. SHO ने कहा कि उस्मान गनी को अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) के सामने पेश किया जाएगा और शांति बनाए रखने के लिए पुलिस उन्हें छह महीने के लिए हिरासत में रखेगी. 

उस्मान गनी ने पीएम मोदी की टिप्पणी पर क्या कहा था?

उस्मान गनी ने हाल ही में नई दिल्ली में न्यूज 24 से बात करते हुए कहा था कि बीजेपी राजस्थान की 25 सीटों में से तीन-चार लोकसभा सीटें हारने जा रही है. निष्कासित भाजपा नेता ने राज्य में चुनावी रैलियों के दौरान मुसलमानों के संबंध में मोदी की टिप्पणियों की भी निंदा की. जब उस्मान गनी से राजस्थान के बांसवाड़ा में मुसलमानों पर मोदी की टिप्पणी के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि एक मुस्लिम होने के नाते, प्रधान मंत्री ने जो कहा उससे वह निराश हैं.

न्यूज 24 के एक पत्रकार से बात करते हुए उस्मान गनी ने दावा किया कि जब वे भाजपा के लिए वोट मांगने के लिए मुसलमानों के पास जाते हैं, तो समुदाय के लोग प्रधानमंत्री की ओर से की गई टिप्पणियों के बारे में बात करते हैं और मुझसे जवाब मांगते हैं. उस्मान गनी ने यह भी दावा किया कि राजस्थान में जाट समुदाय भाजपा से नाराज है और उन्होंने चूरू और अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में पार्टी के खिलाफ मतदान किया है. 

उस्मान गनी के बयान के बाद भाजपा ने की कार्रवाई

न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, जैसे ही उस्मान गनी का वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आया, भाजपा राज्य अनुशासन समिति के अध्यक्ष ओंकार सिंह लखावत ने कहा कि उस्मान गनी की ओर से मीडिया में पार्टी की छवि को खराब करने का प्रयास किया गया है. 

पीटीआई ने लाखावत के एक बयान के हवाले से कहा कि पार्टी ने अपनी छवि खराब करने के उस्मान गनी के कृत्य का संज्ञान लिया और इसे अनुशासन का उल्लंघन मानते हुए उन्हें छह साल के लिए पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया. बीकानेर लोकसभा सीट पर लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान हुआ था.