HMPV के लिए 'रामबाण' है ये चीज, नहीं होने देंगी बाल भी बांका
Babli Rautela
2025/01/08 10:27:50 IST
ग्रीन टी
ग्रीन टी में कैटेचिन नामक कमपाउंड होते हैं, जो सूजन से लड़ने वाले मजबूत एंटीऑक्सीडेंट होते हैं.
Credit: Social Mediaओमेगा-3 फैटी एसिड
ओमेगा-3 फैटी एसिड फेफड़ों के अंदर सूजन के प्रभाव को कम करके स्वस्थ फेफड़ों को बढ़ावा देते हैं.
Credit: Social Mediaखट्टे फल और विटामिन सी
विटामिन सी किसी व्यक्ति की इम्यूनिटी को बढ़ाने में मौलिक है. खट्टे फलों में संतरे, अंगूर और नींबू शामिल हैं.
Credit: Social Mediaलहसुन
लहसुन अपने रोगाणुरोधी और सूजनरोधी प्रभावों के लिए जाना जाता है. इसमें एलिसिन होता है जो संक्रमण को रोकने और इम्यूनिटी को बढ़ावा देने के लिए सिद्ध हुआ है.
Credit: Social Mediaहल्दी
हल्दी में कर्क्यूमिन होता है, जो शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपुर है. कर्क्यूमिन वायुमार्ग की सूजन को कम करने में मदद कर सकता है, जो श्वसन संक्रमण का एक सामान्य लक्षण है.
Credit: Social Mediaअदरक
अदरक श्वसन संबंधी असुविधा को कम करने के लिए सबसे अच्छे उपचारों में से एक है. इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं जो श्वसन संबंधी लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं.
Credit: Social Mediaपत्तेदार साग
पत्तेदार साग के अनुशंसित प्रकारों में पालक, केल, स्विस चार्ड शामिल हैं. इनमें विटामिन सी और ई तथा बीटा-कैरोटीन और फोलेट होते हैं.
Credit: Social Mediaप्रोबायोटिक युक्त खाद्य पदार्थ
दही और केफिर में जीवित प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो आंत के माइक्रोबायोम के लिए उपयोगी होते हैं. एक स्वस्थ आंत एक मजबूत इम्यूनिटी से जुड़ी होती है क्योंकि शरीर की कई कोशिकाएं पाचन तंत्र में रहती हैं.
Credit: Social Mediaमेवे और बीज
बादाम, सूरजमुखी के बीज और हेजलनट्स जैसे मेवे और बीजों में विटामिन ई होता है. एक एंटीऑक्सीडेंट जो फेफड़ों की कोशिकाओं को नुकसान से बचाने में सहायक होता है.
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