प्रेग्नेंट महिलाओं को 'डक वॉक' करने की सलाह क्यों दी जाती है?
फिट रहना जरूरी
प्रेग्नेंसी के दौरान मां और बच्चों को फिट रहना बेहद जरूरी है.
अच्छी डाइट
इसके लिए रोजाना अच्छी डाइट फॉलो करने के साथ-साथ एक्सरसाइज और 'डक वॉक' करने की सलाह दी जाती है.
डक वॉक
कहते हैं कि अगर बच्चे का सिर नीचे की ओर है तो 'डक वॉक' से और भी ज्यादा फायदा मिलता है.
स्क्वाटिंग एक्सरसाइज
'डक वॉक' एक खास तरह की स्क्वाटिंग एक्सरसाइज है जिसमें व्यक्ति बत्तख के समान खुद को गहरी स्क्वाट स्थिति में ले आता है.
कैसे करते हैं
इस एक्सरसाइज में पैरों को जमीन पर सपाट और पीठ को सीधा रखते हुए घुटनों को गहराई से मोड़ना होता है.
एक्टिव मांसपेशियां
डक वॉक करने से पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियां एक्टिव होती हैं. जो प्रेग्नेंसी के दौरान गर्भाशय को सहारा देने में खास भूमिका निभाती है.
गर्भाशय अच्छा होता है
डक वॉक की वजह से गर्भाशय भी अच्छा होता है. गर्भावस्था के कारण मांसपेशियों में अकड़न और लचीलापन कम हो सकता है.
लचीलापन लाता है
डक वॉक करने से कूल्हों, जांघों और पीठ के निचले हिस्से में लचीलेपन को बनाए रखने या सुधारने में मदद मिलती है, जो लेबर पेन और लेबर पेन के दौरान विशेष रूप से सहायक हो सकता है.
नॉर्मल डिलीवरी
प्रेग्नेंसी के दौरान यह एक्सरसाइज शरीर को लचीला बनाती है ताकि आप लेबर पेन को सह सकें और आपकी नॉर्मल डिलीवरी हो सके.
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