World Oldest Crocodile: 123 साल की उम्र में हेनरी दुनिया के सबसे बूढ़े जीवित मगरमच्छ हैं. 16 फीट लंबे इस मगरमच्छ का वजन 700 किलोग्राम है. 1900 के दशक की शुरुआत में हेनरी, बोत्सवाना की स्थानीय जनजातियों के लिए ख़तरा था, जहां कथित तौर पर वह इंसानी बच्चों का शिकार करता था.
साउथ अफ्रीका में कैद में रहने वाले हेनरी को अब दुनिया के सबसे बूढ़े मगरमच्छ और दुनिया के सबसे बूढ़े जीवित सरीसृप (Reptiles) के रूप में पहचाना जाता है. ये विशालकाय प्राणी नील मगरमच्छ की प्रजाति से संबंधित है, जो उप-सहारा अफ्रीका में लगभग 26 देशों में पाया जाता है. ये प्रजाति अपने घातक स्वभाव के लिए जानी जाती है और इस क्षेत्र में कई लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार है.
सबसे बूढ़े होने के अलावा, हेनरी छह पत्नियों और 10,000 से ज़्यादा बच्चों के लिए भी मशहूर है, ये बात उस चिड़ियाघर से पता चलती है जहां वह रहता है. ये मगरमच्छ पिछले तीन दशकों से दक्षिण अफ़्रीका के स्कॉटबर्ग में रह रहा है. द सन के अनुसार, हेनरी की यात्रा बोत्सवाना के ओकावांगो डेल्टा से शुरू हुई, जो एक यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट है, जहां 16 दिसंबर 1900 को उसका जन्म हुआ था.
हेनरी का इतिहास काफी क्रूर रहा है. 1900 के दशक की शुरुआत में हेनरी, बोत्सवाना की स्थानीय जनजातियों के लिए खतरा था, जहां वह कथित तौर पर मानव बच्चों का शिकार करता था. नील नदी के मगरमच्छ खतरनाक शिकारी होते हैं. उसे खत्म करने के लिए बोत्सवाना की स्थानीय जनजातियों ने फेसम शिकारी सर हेनरी न्यूमैन की मदद ली थी.
कहा जाता है कि 16 फीट लंबे मगरमच्छ को मारने के बजाए न्यूमैन ने उसे पकड़ लिया. ये हेनरी न्यूमैन ही थे, जिसके नाम पर 700 किलोग्राम वजनी मगरमच्छ का नाम हेनरी रखा गया. पिछले तीन दशकों से हेनरी स्कॉटबर्ग के क्रोकवर्ल्ड कंजर्वेशन सेंटर में रह रहा है.
उसकी लंबाई, उसे देखने वालों को आश्चर्य में डाल देती है. हेनरी सबसे बूढ़ा मगरमच्छ है, लेकिन सबसे बड़ा मगरमच्छ होने का खिताब कैसियस के नाम है, जो ऑस्ट्रेलिया में रहने वाला 16 फीट लंबा खारे पानी का मगरमच्छ है. कैसियस को 1984 में पकड़ा गया था और जल्द ही वह क्वींसलैंड के तट से दूर ग्रीन आइलैंड पर स्थित मैरिनलैंड मेलानेशिया मगरमच्छ आवास में आकर्षण का केंद्र बन गया.
Stay updated with our latest videos. Click the button below to subscribe now!