Delhi Rain: एक हफ्ते पहले ओल्ड राजेंद्र नगर में एक बेसमेंट में पानी भर जाने से तीन आईएएस स्टूडेंट्स की मौत हो गई थी. राऊ के आईएएस स्टडी सर्कल के बेसमेंट में एक लाइब्रेरी थी और अंदर पानी घुसने से छात्र फंस गए थे. वहीं, अब एक और दिल दहला देने वाली खबर सामने आई थी. दिल्ली में कल शाम बारिश के दौरान एक 23 साल की महिला और उसके तीन साल के बेटे की नाले में गिरने से मौत हो गई.
इस हादसे के बाद एक बार फिर से सरकार की व्यवस्था और विकास को लेकर सवाल उठ रहे हैं. तनुजा बिष्ट अपने तीन साल के बेटे के साथ गाजीपुर के बाजार गई थी और जब वापस आ रही थीं तभी बारिश शुरू हो गई. सड़क पर पानी भरा हुआ था और तनुजा अपने बेटे के साथ खुले नाले में गिर गई. घंटों बाद, दोनों के शव को करीब 500 मीटर दूर बरामद किए गए, तब भी मां अपने बेटे का हाथ पकड़े हुए थी. बता दें, बच्चे का नाम प्रियांश था.
महिला के परिवार के सदस्यों का मानना है कि अगर बचाव अभियान तेज होता तो मां और बेटे को बचाया जा सकता था. उनके पति गोविंद सिंह, जो नोएडा में एक निजी फर्म में काम करते हैं, आपदा आने पर काम पर थे. तनुजा के चाचा का कहना है कि पानी इतना भर चुका था कि वह उसका पता नहीं लगा सकीं. तनुजा के चाचा ने आगे बताया, "हमने 100 नंबर डायल किया और पुलिस बचाव दल के साथ आई लेकिन उनके पास सही सामान नहीं थे उन्होंने काफी कोशिश भी की लेकिन दो घंटे से ज्यादा समय के बाद शव बरामद किए गए. उन्होंने आगे कहा, "हम उन्हें निजी कैब से लाल बहादुर शास्त्री अस्पताल ले गए. किसी एम्बुलेंस की व्यवस्था नहीं की गई थी.
स्थानीय निवासियों ने नगर निगम अधिकारियों की आलोचना करते हुए कहा कि यह नाला पिछले तीन महीनों से खुला है और हर बारिश के दौरान ओवरफ्लो हो जाता है. एक निवासी ने कहा, "हमने कई बार शिकायत की है, लेकिन प्रशासन काम नहीं करना चाहता है. मैं यहां 20 साल से रह रहा हूं और मैंने हर मानसून में सड़कों पर बाढ़ देखी है. हमने सांसदों, विधायक, अधिकारियों से संपर्क किया है, लेकिन कुछ भी काम नहीं हुआ."