देश में चार धाम हैं. बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री. वैदिक धर्म में इन धामों का बहुत महत्व है. कुछ जगहों पर इनके नामों से मिलते-जुलते नाम रखकर मंदिर बनाए जा रहे थे, ट्रस्ट बनाए जा रहे थे. उत्तराखंड सरकार ने साफ कर दिया है कि अब ऐसा नहीं होगा. चारधाम के नाम पर न तो मंदिर बनाने दिया जाएगा, न ही ट्रस्ट. अगर किसी ने मंदिर से मिलता जुलता नाम भी रखा तो एक्शन होगा.
पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में 18 जुलाई को एक कैबिनेट बैठक बुलाई गई थी. कैबिनेट मीटिंग में फैसला किया गया कि ऐसे नम रखने वालों पर एक्शन होगा. 10 जुलाई को 'श्री केदारनाथ धाम' नाम से मंदिर का शिलान्यास हुआ था, जिसमें पुष्कर सिंह धामी भी शामिल हुए थे. इसका विरोध शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने किया था.
उत्तराखंड सरकार ने कहा है कि कुछ लोग उत्तराखंड के चारधाम के साथ कई अन्य बड़े मंदिरों के नाम से मिलता-जुलते नाम के मंदिर बना रहे हैं. सरकार ने कहा है कि इससे असमंजस की स्थिति पैदा हो रही है. लोग नाराज हैं. सरकार इसके खिलाफ कड़े प्रस्तावला रही है. जल्द ही इस पर कानून बना दिया जाएगा.