भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी आज इंडिया डेली लाइव के इंडिया मंच पर आए. इस मौके पर उन्होंने 'हड़बड़ी में गड़बड़ी' वाले अपने बयान पर जवाब देते हुए कहा कि कोई भी आस्था अस्पृश्यता और असहिष्णुता की बंधक नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि गूगल और सोशल मीडिया के इस वक्त में लोग अपना दिमाग कम लगाते हैं. नकवी ने भारत के बारे में कहा कि लोकतांत्रिक देशों को देखें तो हम काफी सहिष्णु हैं.
मुख्तार अब्बास नकवी ने अटल युग का जिक्र करते हुए कहा कि तब इतनी टेक्नोलॉजी नहीं थी. हालांकि, उन्होंने इस बात पर जोर देकर कहा कि बीजेपी ना तो बदली है और ना ही आगे बदलेगी. सुब्रमण्यन स्वामी के बयान के बारे में सवाल पूछे जाने पर नकवी ने कहा, 'मुझे तब की और अब की बीजेपी में कोई अंतर नहीं दिखता. अटल जी ने राजनीति की ऊबड़-खाबड़ राहों पर नरेंद्र मोदी जी को चलना सिखाया. वो तो गुरु थे, इसलिए मुझे कोई अंतर नहीं लगता.'
विपक्षी पार्टियों पर हमला बोलते हुए नकवी ने कहा कि इन लोगों ने तो थोक में टिकट दिए और खूब वोट लेकिन सच्चर कमेटी को क्यों कहना पड़ा कि आज मुसलमानों की स्थिति दलितों से भी बदतर है. उन्होंने कहा, 'विकास में किसी भी तरह की कोई कमी मोदी जी की सरकार ने किसी भी वर्ग के साथ नहीं की है.'