नई दिल्ली. हमारे देश में प्रॉपर्टी को लेकर कई तरह के नियम और कानून हैं. शहरी इलाकों में प्रॉपर्टी खरीदने के अलग नियम तो गांव में अलग. प्रॉपर्टी को लेकर अक्सर महिलाओ की चर्चा होती रहती है. क्योंकि शादी होने के बाद जब लड़की अपने ससुराल जाती है तो प्रॉपर्टी को लेकर नियम और कानून में बदलाव हो जाता है. भारतीय संविधान ने महिलाओं को कई अधिकार दिए हैं. संपत्ति को लेकर भी देश में कई तरह के कानून बने हैं. सास-ससुर की संपत्ति पर बहू का कितना अधिकार है? इस मुद्दे पर भी देश में समय-समय पर चर्चा होती रहती है. लेकिन सास-ससुर की संपत्ति पर बहू का कोई हक नहीं होता.
बेटों का होता है अधिकार
हिंदुस्तान में माता-पिता की संपत्ति पर उनके बेटों का अधिकार होता है. माता-पिता द्वारा खरीदी एवं अर्जित की गई संपत्ति पर उनके बेटे अधिकार का दावा कर सकते हैं. लेकिन सास-ससुर की संपत्ति पर बहू का अधिकार नहीं होता. कोई भी बहू अपनी सास-ससुर की संपत्ति पर दावा नहीं कर सकती.
यह भी पढ़ें- इस शेयर ने बदली निवेशकों की किस्मत, अठन्नी लगाकर हुए लाखपति
बेटी का अधिकार अपने माता-पिता की संपत्ति पर तो होता है लेकिन सास-ससुर की संपत्ति पर उसका कानूनी रूप से सीधा कोई अधिकार नहीं होता.
इस तरह से बहू को दिया जा सकता है अधिकार
सास ससुर की संपत्ति पर बहू का अधिकार तभी हो सकता है जब उसका पति अपनी संपत्ति का अधिकार उनके नाम कर दे. ऐसे स्थिति में बहू सास-सुसर की संपत्ति पर अधिकार का दावा कर सकती है.
पति का निधन होन पर पत्नी को मिल जाता है अधिकार
जब तक महिला का पति जीवत होता है और उसने अपनी पत्नी को संपत्ति का अधिकारी नहीं बनाया है तब तक बहू सास-सुसर की संपत्ति पर किसी भी तरह से दावा नहीं कर सकती. लेकिन अगर पति का निधन हो जाता है तो पत्नी सास-ससुर के संपत्ति पर अधिकार का दावा कर सकती है.
यह भी पढ़ें- गार्डनिंग के हैं शौकीन तो बरसात के मौसम में इन फूलों के पौधों से सजाएं अपनी फुलवारी