नई दिल्ली : भारत की ओर से सूर्य मिशन पर गए आदित्य L1 अपना काम करना प्रारंभ कर दिया है. सबसे पहले उसने साइंटिफिक डेटा कलेक्ट करना शुरू कर दिया है. भारत के अंतरिक्ष स्पेस सेंटर इसरो ने सोमवार को इसको लेकर जानकारी दी कि स्पेसक्राफ्ट पर लगे सुप्रा थर्मल एंड एनर्जेटिक पार्टिकल स्पेक्ट्रोमीटर यानी STEPS इंस्ट्रूमेंट को पृथ्वी से 50 हजार किमी दूर एक्टिवेट किया 10 सितंबर को ही कर दिया गया था. जिसके बाद डेटा की मदद से सोलर विंड और स्पेस वेदर के बारे में जानकारी मिलेगी.
इसरो आज रात करीब 2 बजे स्पेसक्राफ्ट को ट्रांस-लैग्रेंजियन पॉइंट 1 में इंसर्ट भी करेगा. जिसके लिए यान के थ्रस्टर कुछ देर के लिए फायर किए जाएंगे. ट्रांस-लैग्रेंजियन प्वॉइंट 1 इंसर्टेशन यानी यान को पृथ्वी की कक्षा से लैग्रेंजियन प्वॉइंट 1 की तरफ भेजना. यहां से स्पेसक्राप्ट अपना 15 लाख किमी का सफर शुरू करेगा. ये जनवरी 2024 में लैग्रेंजियन प्वॉइंट 1 पर पहुंचेगा.
आदित्य L1 को PSLV-C57 के XL वर्जन रॉकेट के जरिए 2 सितंबर की सुबह 11.50 बजे श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया था. आदित्य L1 लॉन्चिंग के 63 मिनट 19 सेकेंड बाद स्पेसक्राफ्ट को पृथ्वी की 235 किमी x 19500 किमी की कक्षा में स्थापित कर दिया था. जिसके बाद 4 बार स्पेसक्राप्ट के थ्रस्टर फायर कर उसकी ऑर्बिट बढ़ाई गई थी.