Scrub Typhus: इस कीड़े ने काटा तो समय से पहले हो जाएगी मौत, अब तक देश में 14 लोगों की ले चुका है जान
मौसम में हो रहे बदलाव के कारण देश के कई हिस्सों में मच्छर और कीड़ों के काटने से तरह-तरह की बिमारियां फैल रही है. इसी बीच एक नई बीमारी तेजी से फैल रही है. जिसको स्क्रब टाइफस कहा जा रहा है.

हाइलाइट्स
- जंगली इलाकों में रहने वाले लोगों को खतरा ज्यादा
- इन लक्ष्णों से करें पहचान
नई दिल्ली : मौसम में हो रहे बदलाव के कारण देश के कई हिस्सों में मच्छर और कीटों के काटने से तरह-तरह की बिमारियां फैल रही है. जहां ज्यादातर जगह डेंगू और मलेरिये ने सबसे परेशान कर रखा है, वहीं केरन में निपाह वायरस ने दस्तक दे देकर लोगों को अलर्ट कर दिया है. इसी बीच एक नई बीमारी तेजी से फैल रही है. जिसको स्क्रब टाइफस कहा जा रहा है. इसके तेजी से बढ़ते प्रभाव से देश में अब तक 14 लोगों की मौत भी हो चुकी है.
जंगली इलाकों में रहने वाले लोगों को खतरा ज्यादा
स्क्रब टाइफस का प्रभाव अभी तक ओडिशा और शिमला में मुख्य रूप से देखा जा रहा है. सीडीसी के अनुसार इससे प्रभावित वहीं लोग ज्यादा हो रहे हैं जो जंगल में रहने वाले हैं या फिर जंगलों में काम करते हैं. उन लोगों को विशेष तौर पर सावधानी बरतने की जरूरत है. इन लोगों को बुखार की समस्या को हलके में नहीं लेना चाहिए, बुखार आने की स्थिति में तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए. स्क्रब टाइफस के मामले में देरी मौत का कारण बन सकती है.
इन लक्ष्णों से करें पहचान
स्क्रब टाइफस होने की स्थिति में डॉक्टरों ने सलाह दी है कि इसके लक्ष्ण फ्लू या वायरल बुखार की तरह ही होते हैं. इस मामले में ये अंतर है कि कीड़ा काटने वाले स्थान पर लाल रंग का घाव हो जा रहा है. इस बिमारी की यही सबसे बड़ी पहचान है. इसके डॉक्टर ब्लड टेस्ट के जरिए ही बिमारी की पहचान कर सकता है. यह बिमारी को दुनिया भर 100 साल से है. हालांकि इसके बाद अभी तक ये लोगों के मौत का कारण बना हुआ है.