Share Market: लोकसभा चुनाव अपने अंतिम चरण में है. 6 चरण के चुनाव संपन्न हो चुके हैं. आखिरी चरण के लिए 1 जून को 8 राज्य की 57 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे. 4 जून को लोकसभा चुनाव का परिणाम आएगा. चुनावी नतीजों का पूरा असर भारतीय शेयर बाजार में देखने को मिलेगा. बाजार मुंह के बल गिरेगा या रॉकेट की तरह उड़ेगा ये चुनावी नतीजों पर निर्भर करेगा. बाजार के निवेशक पीएम मोदी के तीसरी बार लौटने का इंतजार कर रहे हैं. क्योंकि शेयर बाजार को उसी में फायदा होगा. ऐसा हम नहीं बल्कि बाजार के बड़े निवेशकों का कहना है. सभी निवेशकों को 4 जून का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.
2024 की शुरुआत में भी भारतीय शेयर बाजार ने कई बड़े रिकॉर्ड बने दिए थे. 2023 में इंडियन शेयर मार्केट ने कई बड़े देशों के शेयर बाजार को पछाड़ दिया था. बाजार अपने भाव से कहीं ज्यादा आगे आ चुका है. अब बाजार में अस्थिरता आना तय है. अगर चुनावी नतीजों वर्तमान सरकार के पक्ष में आते हैं तो बाजार में ज्यादा गिरावट नहीं आएगी. बीजेपी की वापसी पर बाजार में कुछ समय के लिए तेजी देखने को मिल सकती है.
बड़े निवेशकों का कहना है कि अगर सत्ता परिवर्तन होता है तो बाजार में खलबली मच जाएगी. शेयर बाजार में भारी गिरावट आ सकती है. क्योंकि सत्ता परिवर्तन से राजनीतिक अस्थिरता और नीतियों में बदलाव होने से बाजार पर इसका गहरा प्रभाव पड़ेगा.
अगर बीजेपी की सरकार बनती है तो नीतियों में कोई बदलाव नहीं होगा, जिससे बाजार में स्थिरता बनी रहेगी. लेकिन सत्ता परिवर्तन बाजार में बड़ा अस्थिरता लाने का काम करेगी. कुछ निवेशकों का ये भी मानना है कि मोदी सरकार की सीटें कम आने पर भी अस्थिरता आ सकती है.
बीते साल की बात करें तो विदेशी निवेशकों ने बाजार में 20.74 अरब डॉलर का निवेश किया था. एशिया महाद्वीप के बाजार में यह विदेशी निवेशकों द्वारा किया गया सबसे बड़ा निवेश था. लेकिन चुनावी मौसम से पहले ही विदेशी निवेशकों ने भारी मात्रा में अपना पैसा निकाल लिया है.
बीजेपी के जीतने पर भी आएगी अस्थिरता
एक फाइनेंसियल कंपनी के फंड मैनेजर ने रॉयटर्स से बातचीत करते हुए बताया कि अगर मोदी सरकार कम सीटों से जीतती है तो भी बाजार में कुछ समय के लिए अस्थिरता आ सकती है.