India: हाल की कुछ वर्षों में इंटरनेशल लेवल पर भारत ने एक अमिट छाप छोड़ी है. अभी हम दुनिया की पाचंवी सबसे बड़ी अर्थव्यस्था हैं लेकिन आने वाले समय में जर्मनी और जापान को पीछे छोड़ते हुए हम विश्व की तीसरी सबसे बड़ी इकानॉमी बन जाएंगे. बिजनेस टुडे मैगजीन में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक आजादी के 100 साल पूरे होने पर देश के मिडिल क्लास (India middle class) के लोगों की जनसंख्या में इजाफा होगा. 2005 में भारत की कुल आबादी में मिडिल क्लास की हिस्सा14 फीसदी था.
भारत की आबादी में वर्तमान समय में मिडिल क्लास का हिस्सा बहुत कम है. प्राइस आइस 360 सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार 2021 में भारत की आबादी में मिडिल क्लास का हिस्सा मात्र 30 फीसदी था. वहीं, आने वाले 8 सालों में यानी 2031 में मिडिल क्लास लोगों की संख्या बढ़कर 47 फीसदी तक हो जाएगी. अगर इसी स्पीड से हम चलते रहे तो 2047 तक हमारे देश में मिडिल क्लास की जनसंख्या कुल आबादी का कुल 61 फीसदी हो जाएगी.
अगर भारत में मिडिल क्लास लोगों की संख्या बढ़ेगी तो ऑटोमैटिक लोगों की आय बढ़ेगी. वर्तमान समय में हमारे देश में प्रति व्यक्ति आय करीब 2,500 डॉलर (करीब 2 लाख रुपय) है. हालांकि, अगर हम इसी तरह से ग्रोथ करते रहें तो यह आंकड़ा बहुत जल्द बढ़ जाएगी. भारतीय स्टेट बैंक की एक रिपोर्ट के अनुसार आजादी के 100 साल पूरे होने पर यानी 2047 तक देश भारत की प्रति व्यक्ति बढ़कर 12,400 डॉलर (14.9 लाख रुपए) हो जाएगी.
जिस तरह से ग्रोथ हो रही है अगर हम ऐसे ही चलते रहे तो मिडिल क्लास लोगों के आय में भी इजाफा होगा. रिपोर्ट के मुताबिक आजादी के 100 साल पूरे होने पर मिडिल क्लास लोगों की सालाना आय 5 लाख से बढ़कर 30 लाख रुपए तक हो जाएगी. अगर रिपोर्ट में प्रकाशित डाटा सही साबित हो गया तो यह देश के लिए किसी उपलब्धि से कम नहीं.
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