राजधानी दिल्ली में ऐप आधारित प्रीमियम बस सेवा शुरू करने का रास्ता साफ हो गया है. दिल्ली के LG ने दिल्ली मोटर वाहन लाइसेंसिंग ऑफ एग्रीगेटर (प्रीमियम बसें) योजना 2023 को मंजूरी दे दी है. दिल्ली सरकार ने इस योजना को मंजूरी देने के बाद 29 मई को सभी हितधारकों से आपत्तियां और सुझाव मांगे थे. इसके बाद इसे पिछले महीने उपराज्यपाल के पास भेजा गया था, जिसे अब उनकी तरफ से भी मंजूरी मिल गई है और इसका नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है.
ऐप आधारित प्रीमियम बस योजना के तहत लग्जरी बसें चलाई जाएंगी. इन बसों में AC, वाई-फाई, जीपीएस, पैनिक बटन जैसी सुविधाएं होंगी. लाइसेंस धारक बस का रूट अपने हिसाब से तय कर सकते हैं. योजना के तहत किराया तय करने में डायनेमिक प्राइसिंग की अनुमति होगी.
हालांकि यह किराया दिल्ली परिवहन निगम की बसों के अधिकतम किराए से कम नहीं हो सकता. ऐसा डीसीसी या क्लस्टर बसों के बीच प्रतिस्पर्धा को खत्म करने के लिहाज से किया गया है. लाइसेंस धारक को किराया ऐप पर दिखाना होगा.
यात्रियों से किराया केवल डिजिटल माध्यम से ही लिया जा सकेगा. यानी इस बसों में कंडक्टर से फिजिकल टिकट लेने का झंझट नहीं होगा.
नियम के मुताबिक अगर एक बार लाइसेंस धारक ने यात्री की बुकिंग ले ली तो फिर उसे इमरजेंसी घटना को छोड़कर यात्रा को रद्द नहीं किया जा सकता.
योजना में शामिल होने वाली सीएनजी बसें 3 साल से पुरानी नहीं होनी चाहिए. योजना में शामिल होने वाली ई-बसों से लाइसेंस शुल्क नहीं लिया जाएगा. एलजी से इस योजना को मंजूरी मिलने के बाद दिल्ली सीएम केजरीवाल ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि ये सेवा दिल्ली की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था में बहुत बड़ा बदलाव लाएगी. लोग अपनी कार व स्कूटर छोड़कर बसों में यात्रा करना शुरू करेंगे.
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