नई दिल्ली : आए दिन हमें फायरिंग को लेकर खबरें मिलती रहती हैं. लेकिन ऐसी हिंसक घटनाओं पर काबू पाने के लिए बायोफायर कंपनी ने एक नया गन बनाया है. जिसे स्मार्ट गन कहा गया है. जो इन दिनों चर्चा में है. स्मार्ट गन अत्याधुनिक होने के साथ घातक भी हैं. इसकी खासियत यह है कि यह बेहद सुरक्षित गन है. अगर यह गन किसी के हाथ लग भी गई तो बिना परमिशन के इसे कोई चला भी नहीं सकेगा. यह गन तभी चल सकेगी, जब गन अपने मालिक की पहचान कर सकेगी. यानि बिना चेहरे को पहचाने गन से गोलियां नहीं निकलेंगी. स्मार्ट गन अपने आइडेंटिफिकेशन सिस्टम के कारण बाकी गनों से अलग है. इसमें फिंगरप्रिंट और फेस डिटेक्शन आइडेंटिफिकेशन सिस्टम का इस्तेमाल किया जाता है. मोबाइल फोन की तरह ही, इसमें भी फिंगरप्रिंट लॉक और चेहरे को स्कैन करने की सुविधा मिल रही है. बिना इसके गन को इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा.
बायोफायर नाम की कंपनी ने 'स्मार्ट गन' को किया है विकसित
दरअसल ब्रूमफील्ड में स्थित बायोफायर नाम की एक कंपनी ने 'स्मार्ट गन' को विकसित किया है, जिसमें बायोमेट्रिक आईडेंटिफिकेशन का उपयोग किया गया है. इस गन की खास बात ये है कि सिर्फ ऑथराइज्ड यूजर ही इस गन को इस्तेमाल कर सकता है. अगर कोई और इसे इस्तेमाल करना चाहेगा तो यह गन फायर नहीं करेगी. कंपनी के मुताबिक, इस 9mm की स्मार्टगन की कीमत करीब 1 लाख 23 हजार रुपये है.
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दरअसल कुछ समय पहले अमेरिका में एक्सीडेंटल फायरिंग के कारण कई बच्चों की मृत्यु हो गई थी. इसी को कम करने के लिए बायोफायर के संस्थापक काई क्लोएफर ने ऐसी बायोमेट्रिक गन लॉन्च करने का मन बनाया. हालांकि, स्मार्ट गन को लेकर काफी बहस और चर्चाएं चलती रहती है.द पोस्ट' की एक रिपोर्ट में काई क्लोएफर ने कहा को "हम यह दावा नहीं कर रहे हैं कि बायोफायर स्मार्ट गन सभी एक्सीडेंटल फायरिंग को रोक पाएगी. हालांकि, हमें विश्वास है कि यह कई दुर्घटनाओं को जरूर कम करेगी, जिससे कई जानें बचाई जा सकेंगी."
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