Apple Intelligence: अमेरिका की टेक कंपनी Apple कैलिफोर्निया के क्यूपर्टिनो में कंपनी के मुख्यालय में अपना वार्षिक वर्ल्ड वाइड डेवलपर्स कॉन्फ्रेंस (WWDC) 10 जून को आयोजित करेगा. इस दौरान कंपनी MacOS, iPadOS, iOS और VisionOS के लेटेस्ट सॉफ्टवेयर पेश किए जा सकते हैं जो यूजर एक्सपीरियंस को दोगुना कर देंगे. इस बार Apple कंपनी AI का रुख कर सकता है. कई रिपोर्ट्स में कहा गया है कि कंपनी अपने लेटेस्ट सॉफ्टवेयर रिलीज में जनरेटिव AI सर्विसेज दी देने की तैयारी कर रही है. इसके लिए कंपनी ने OpenAI के साथ समझौता कर लिया है.
ब्लूमबर्ग के मार्क गुरमन की रिपोर्ट में बताया गया है कि टेक दिग्गज iPhone, iPad और Mac OS पर अपने AI फीचर्स को Apple Intelligence कहा जाएगा. ये AI सर्विसेज पहले केवल iPhone की लेटेस्ट जनरेशन को दिया जाएगा. कहा तो ये भी जा रहा है कि आईफोन के नए वेनिला मॉडल्स को भी फिलहाल ये AI सर्विसेज नहीं दी जाएंगी.
पिछली कुछ रिपोर्टों के अनुसार, Apple की नई AI कैपेबिलिटी को ऑप्ट-इन सर्विस के साथ उपलब्ध कराया जाएगा. इसका सीधा मतलब यह है कि डिफॉल्ट रूप से यह सर्विस इनेबल्ड नहीं होगी. यूजर्स को इन्हें मैनुअल रूप से इनेबल करना होगा. Apple iOS 18 के साथ iPhones के लिए अपने ऑपरेटिंग सिस्टम में कई अन्य बदलाव कर सकता है. इसमें सिरी वॉयस असिस्टेंट, नोटिफिकेशन समरीज, इंस्टेंट फोटो एडिटिंग, AI इमोजी, वॉयस मेमो ट्रांसक्रिप्शन, स्मार्ट समरीज और बहुत कुछ शामिल हैं.
Apple Intelligence का उद्देश्य यूजर्स के रोजमर्रा के काम को आसान बनाना है. इसके जरिए ज्यादा से ज्यादा ऐप में इस टेक्नोलॉजी को इंटीग्रेट किया जाएगा. रिपोर्ट के अनुसार, Apple AI फीचर्स OpenAI की टेक्नोलॉजी और टूल के जरिए ऑपरेट किया जाएगा. ये सर्विसेज या तो ऑन-डिवाइस प्रोसेसिंग या क्लाउड-आधारित कंप्यूटिंग पर निर्भर करेंगी, जो हर दिन के काम को आसान बनाएंगी. हालांकि, ऐसा भी हो सकता है कि OpenAI के साथ हुए समझौते से कई सिक्योरिटी दिक्कतें सामने आ सकती हैं लेकिन इसके लिए भी कंपनी ने प्लान तैयार रखा है.
Apple Intelligence की बात करें तो Apple बड़े लैंग्वेज मॉडल के आधार पर वॉयस असिस्टेंट को नया आयाम देने का प्लान कर रहा है. इस नई क्षमता के तहत Siri को पहली बार अलग-अलग ऐप को कंट्रोल करने की पावर देगा. हालांकि, यह अभी कंफर्म नहीं है. यह केवल कयास लगाए जा रहे हैं.