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Cyber Scam: हेलो बेटा, मैं आपके पापा का दोस्त बोल रहा हूं…! ये कॉल उड़ा ले जाएगी आपकी जमा पूंजी

Cyber Scam: क्या कभी आपके पास ऐसा कॉल आया है जिसमें कोई कहता है कि आपके मम्मी या पापा का दोस्त बोल रहा हूं और उन्होंने मुझे आपसे पैसे लेने के लिए कहा है? अगर हां, तो आपको इस कॉल पर विश्वास नहीं करना है. ये गलती आपकी जीवनभर की पूंजी चोरी करा सकती है.

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Edited By: Shilpa Srivastava
Cyber Scam
Courtesy: Freepik

Cyber Scam: आजकल हैकर्स नए-नए तरीके अपनाकर लोगों की व्यक्तिगत जानकारी चुराने के लिए एक्टिव हो गए हैं. एक नया तरीका जो उभरकर सामने आया है, वह है "मां-बाप का नाम लेकर धोखाधड़ी करना". इस तरह के स्कैम के मामलों में हैकर्स आपकी पर्सनल जानकारी को इस तरह से इस्तेमाल करते हैं कि आपको इस बात का एहसास भी नहीं होता कि आप स्कैम का शिकार हो रहे हैं. अब जाहिर है कि मां-बाप का नाम लेकर किसी को भी टारगेट करना कितना आसान है. 

हालांकि, इस दौरान अपनी इमोशनल साइड को अलग रखकर आपको दिमाग भी लगाना होगा. आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि जो कॉल आपके पास आपके माता-पिता का नाम लेकर आया है वो सही है भी या नहीं? क्या यह कॉल किसी स्कैमर ने किया है? स्कैमर इस जाल में लोगों को फंसाने के लिए सीधा कॉल नहीं करते हैं बल्कि पहले उनकी सारी जानकारी इक्ट्ठा करते हैं और फिर पूरी तैयारी के साथ लोगों पर अटैक करते हैं. 

मां-बाप के नाम पर हो रहा बड़ा स्कैम: 

1. सोशल मीडिया से जानकारी जुटाना:
हैकर्स अक्सर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन आदि पर एक्टिव रहते हैं. यहां पर लोग आमतौर पर अपने परिवार के बारे में पर्सनल जानकारी शेयर करते हैं, जैसे कि मां-बाप का नाम, बर्थ डेट, रिश्तेदारों के नाम आदि. हैकर्स इस जानकारी का इस्तेमाल कर आपके परिवार से जुड़े प्रश्न पूछ सकते हैं या फिर खुद को आपके परिवार का मेंबर बनाकर कॉन्टेक्ट कर सकते हैं. 

2. फिशिंग ईमेल और कॉल्स:
हैकर्स आपके विश्वास को जीतने के लिए फिशिंग तकनीक का इस्तेमाल करते हैं. वे कॉल या ईमेल के जरिए खुद को किसी सरकारी या निजी संस्था का अधिकारी बताते हैं और आपको यह विश्वास दिलाने की कोशिश करते हैं कि आपको कुछ कागजात सबमिट करने होंगे. जब आप मां-बाप का नाम, पते और अन्य निजी जानकारी देते हैं, तो वे इसका इस्तेमाल आपके अकाउंट से पैसे चुराने के लिए कर सकते हैं.

3. सोशल इंजीनियरिंग तकनीक का इस्तेमाल:
हैकर्स सोशल इंजीनियरिंग के जरिए आपके इमोशन्स और रिश्तों का फायदा उठाते हैं. वे आपके माता-पिता का नाम लेकर यह दिखाने की कोशिश करते हैं कि वे आपके परिवार के मेंबर हैं या फिर किसी रिश्तेदार के तौर पर भी आपको कॉल कर सकते हैं. इस तरह से हैकर्स आपकी पर्सनल जानकारी हासिल करते हैं. इस दौरान स्कैमर्स आपकी बैंक डिटेल्स, पासवर्ड्स या अन्य संवेदनशील जानकारी का एक्सेस हासिल कर लेते हैं. 

4. स्मार्टफोन या डिवाइस हैकिंग:
अगर आपने अपनी फोन या डिवाइस पर अपने मां-बाप के नाम से संबंधित जानकारी रखी है (जैसे कि नाम, नंबर, जन्म तिथि), तो हैकर्स इन डिवाइसेस को हैक कर इस जानकारी का इस्तेमाल कर सकते हैं. वे आपके फोन से परिवार से जुड़ी जानकारियां निकाल सकते हैं और फिर सोशल इंजीनियरिंग या अन्य तरीकों के जरिए आपको ठग सकते हैं. 

5. ऑनलाइन शॉपिंग और बैंक अकाउंट डिटेल्स चोरी:
हैकर्स अक्सर ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट्स और बैंक की साइट्स पर पहुंचने के लिए मां-बाप का नाम या अन्य पहचान संबंधी जानकारी का इस्तेमाल करते हैं. जब वे आपकी पहचान में सेंध लगाते हैं, तो वे आपके लॉगिन क्रेडेंशियल्स का इस्तेमाल करके आपके ऑनलाइन अकाउंट में सेंध लगा सकते हैं.