Fake Loan App: लोन ऐप्स को लेकर साइबर स्कैम बहुत तेजी से बढ़ रहा है. हैकर्स जरूरतमंद लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं और फिर उनका पैसा लूट लेते हैं. सिर्फ यहीं नहीं, यूजर्स को लोन देकर उनसे मार्केट से कहीं ज्यादा ब्याज लिया जाता है और फिर जल्दी पैसे लौटाने के लिए परेशान भी किया जाता है. इस तरह की फर्जी लोन ऐप्स को पिछले साल प्ले स्टोर से बैन किया गया था. सरकार ने फर्जी लोन ऐप्स को लेकर कुछ जानकारी दी है, चलिए जानते हैं क्या है सरकार का कहना.
सरकार ने दी जानकारी:
सरकार तो अपनी तरफ से लोगों को बचाने के लिए हर कदम उठा रही है लेकिन हमें खुद भी सतर्क रहने की जरूरत है. इस तरह की ऐप्स क्या होती हैं, इन्हें कैसे पहचाना जा सकता है और इनसे कैसे बचा जा सकता है, चलिए जानते हैं.
क्या होती हैं फर्जी लोन ऐप्स:
आमतौर पर फर्जी लोन ऐप्स दो तरह की होती हैं. पहले सेट में वो ऐप्स होती हैं जो लोगों को तुरंत पैसा ट्रांसफर करने का वादा करती हैं लेकिन उससे पहले लोन फीस की डिमांड करती हैं. वहीं, दूसरे सेट की ऐप्स RBI द्वारा निर्धारित किए गए ब्याज से कहीं ज्यादा इंटरेस्ट रेट लेती हैं. इन दोनों में ही यूजर्स को भारी नुकसान झेलना पड़ता है.
कैसे पहचान सकते हैं फेक लोन ऐप्स:
जिनकी वेबसाइट न हो: जिन लोन ऐप को आप डाउनलोड कर रहे हैं अगर उसकी कोई वेबसाइट ही नहीं है तो आपको समझ जाना चाहिए कि वो एक फेक ऐप है. इस तरह की ऐप्स केवल लोगों को गुमराह करने और उनसे पैसा ऐंठने के लिए ही बनाई जाती हैं.
प्रोसेसिंग फीस मांगना: जब भी कोई बैंक लोन देता है तो प्रोसेसिंग फीस को लोन अमाउंट से काट लेता है. लेकिन फेक लोन ऐप्स में यूजर से पहले ही प्रोसेसिंग फीस देने को बोला जाता है. यूजर को कहा जाता है कि उन्हें पहले प्रोसेसिंग फीस देनी होगी तभी उनका लोन प्रोसेस किया जाएगा. आपको किसी भी तरह के झांसे में नहीं फंसना है. किसी को भी पहले पैसा देने का चक्कर आपको भारी पड़ सकता है.
नो डॉक्यूमेंटेशन: अगर किसी ऐप में आपसे बिना डॉक्यूमेंट दिए लोन देने का वादा किया गया है तो यह फेक है. RBI के अनुसार, व्यक्ति को लोन देने से पहले उसकी पर्सनल जानकारी लेना बेहद जरूरी है. अगर कोई आपको लोन देने का वादा कर रहा है और वो भी बिना डॉक्यूमेंटेशन के, तो आपको सावधान हो जाना चाहिए.
RBI गाइडलाइन फॉलो न करना: भारत में लोन ऐप्स के लिए RBI दिशानिर्देशों का पालन करना बेहद जरूरी है. अगर कोई ऐप उनका पालन नहीं करती है तो यह फेक ऐप है.
लोन एग्रीमेंट न देना: अगर कोई लोन ऐप आपको लोन एग्रीमेंट नहीं देती है और जरूरी जानकारी छुपाती है तो आपको ऐसी ऐप्स से सावधान रहना चाहिए.
नेगेटिव रिव्यू: अगर किसी ऐप को लेकर बहुत सारे नेगेटिव रिव्यू हैं तो उसे डाउनलोड करने से बचना चाहिए. किसी भी ऐप को डाउनलोड करने से पहले आपको उसके रिव्यूज जरूर पढ़ने चाहिए.
खुद को कैसे बचा सकते हैं?
ऊपर जो प्वाइंट्स हमने आपको बताए हैं उनका ख्याल तो आपको रखना ही है लेकिन कुछ और बातों का ख्याल रखना है जिससे आप फेक लोन के चक्कर में न फंसने से बच सकते हैं.
लोने लेने के लिए हमेशा RBI अप्रूव्ड बैंक या लैंडर पर ही विश्वास करें. आपको लोन अप्लाई करने से पहले लैंडर का नाम और डिटेल्स अच्छे से चेक करनी चाहिए.
उसकी ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर भी चेक करें. वेबसाइट सिक्योर्ड है या नहीं, यह भी चेक करें. सिक्योर्ड वेबसाइट ‘https’ से शुरू होती है.
लोन लेने से पहले आपको उसके टर्म एंड कंडीशन जरूर पढ़ लेने चाहिए. बिना नियमों को पढ़ें लोन अप्लाई न करें.
लोन अप्लाई करने से पहले आपको लोन की फीस की जानकारी ले लेनी चाहिए. आपको यह पता होना चाहिए कि इस लोन में कोई हिडेन चार्ज तो नहीं छुपा है.
किसी भी ऐप को डाउनलोड करने पर यह जरूर चेक करें कि वो ऐप क्या-क्या परमीशन मांग रही है. अगर ऐप बिना परमीशन के आगे नहीं बढ़ रही है तो उसे डिलीट कर दें.
ये हैं कुछ फेक लोन ऐप्स की लिस्ट:
इनमें GuayabaCash, PréstamosCrédito, Préstamos De Crédito-YumiCash, EasyCredit, FlashLoan, Go Crédito, AA Kredit, 4S Cash, Cashwow, Amor Cash, Rápido Crédito, Finupp Lending, CrediBus, TrueNaira, EasyCash, Instantáneo Préstamo और Cartera grande शामिल हैं.