'न रेस्क्यू पहुंचा, न खाने-पीने का इंतजाम', कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने वीडियो जारी कर लगाए गंभीर आरोप
करन माहरा के कहा कि उत्तरकाशी का एक स्थानीय युवक, जो पिछले कई दिनों से फंसे था, कह रहा है कि उसे अब तक कोई राहत सामग्री नहीं मिली. वे भूखे-प्यासे, ठंड में, खुले आसमान के नीचे इंतज़ार कर रहे हैं. सैकड़ों लोग अब भी सड़क मार्ग पर फंसे हैं, न रेस्क्यू पहुंचा, न खाने-पीने का इंतज़ाम हुआ.
उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने धराली आए आपदा को लेकर एक वीडियो जारी किया है. उन्होंने धामी सरकार पर आरोप लगाया है और कहा कि जो सोशल मीडिया पर दिखाया जा रहा है वो सच्चाई नहीं है. उन्होंने वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी, धराली में आई भीषण आपदा के बाद आप तस्वीरों को मीडिया मैनेजमेंट के ज़रिये देश को दिखाने की कोशिश कर रहे हैं कि सब कुछ नियंत्रण में है लेकिन ज़मीनी हक़ीक़त इससे बिल्कुल उलट है.
उन्होंने कहा कि अभी कुछ देर पहले मेरी बात बिहार के एक मज़दूर से हुई, जो किसी तरह जान बचाकर निकला. उसने बताया कि "मेरे ही 40 साथी अब तक लापता हैं." सोचिए, सिर्फ़ एक व्यक्ति के जानने वाले 40 लोग ग़ायब हैं, तो कुल लापता लोगों का आंकड़ा कितना बड़ा होगा?
सैकड़ों लोग अब भी सड़क मार्ग पर फंसे हैं
करन माहरा के कहा कि उत्तरकाशी का एक स्थानीय युवक, जो पिछले कई दिनों से फंसे था, कह रहा है कि उसे अब तक कोई राहत सामग्री नहीं मिली. वे भूखे-प्यासे, ठंड में, खुले आसमान के नीचे इंतज़ार कर रहे हैं. सैकड़ों लोग अब भी सड़क मार्ग पर फंसे हैं, न रेस्क्यू पहुंचा, न खाने-पीने का इंतज़ाम हुआ. आप सोशल मीडिया पर हेलीकॉप्टर की तस्वीरें दिखा रहे हैं, हेलीकॉप्टर फंसे लोगों को ले आया तो फिर इस वीडियो में सड़क पर यहां से निकलने के लिए कोशिशें करती इतनी भीड़ क्यों दिख रही है ?
करन माहरा ने कहा कि मुख्यमंत्री जी, आपने मीडिया में "हम राहत कार्य कर रहे हैं" का चित्र खींचकर जनता को आश्वस्त करने की कोशिश की, लेकिन जो लोग वहीं ज़मीन पर हैं, वे इस सरकारी तस्वीर में खुद को ढूंढ ही नहीं पा रहे. आपका काम सिर्फ़ कैमरों के सामने रिव्यू मीटिंग करना नहीं है, आपका असली काम है हर फंसे हुए व्यक्ति को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थान पर पहुंचाना. मैंने पहले भी कहा था और आज फिर कह रहा हूँ कि अगर आपकी सरकार में सच में मदद की इच्छा है, तो तुरंत और हेलीकॉप्टर किराए पर लीजिए, रेस्क्यू के लिए निजी संसाधनों का भी इस्तेमाल कीजिए.
ये मीटिंग्स किसी की जान नहीं बचा सकतीं...
करन माहरा ने आरोप लगाते हुए कहा कि ये तस्वीरें, ये वीडियो, ये मीटिंग्स किसी की जान नहीं बचा सकतीं. हर मिनट की देरी किसी परिवार को अपूरणीय क्षति पहुँचा रही है. मुख्यमंत्री जी, राजनीति और प्रचार के इस चक्र से बाहर निकलिए, क्योंकि आपदा की राजनीति करना आसान है, लेकिन उस आपदा में मरने वालों की चीखें, कभी राजनीति को माफ़ नहीं करतीं. मैं मांग कर रहा हूं कि धराली में फंसे हर एक व्यक्ति को तुरंत रेस्क्यू कीजिए, वरना इतिहास आपको उस मुख्यमंत्री के रूप में याद करेगा, जिसने आपदा में फोटो तो खिंचवाई, लेकिन अपने ही लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया.