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India Daily

मुस्लिम परिवार की बेटी की है शादी, छपवाया हिंदू देवी-देवताओं वाला वेडिंग कार्ड, हिंदुओं ने किया 'सलाम'

ये मामला अमेठी के अल्लादीन गांव का है, जहां एक मुस्लिम बेटी की शादी का कार्ड इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है. जहां एक मुस्लिम परिवार ने अपनी बेटी के निकाह के लिए हिंदू रीति रिवाज के तहत कार्ड छपवाए हैं.

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Edited By: Mayank Tiwari
Wedding Card
Courtesy: Social Media

Amethi News: उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में एक मुस्लिम परिवार की बेटी की शादी का कार्ड इस समय सुर्खियों बटोर रहा हैं.ऐसे में कार्ड के फेमस होने की सबसे बड़ी वजह उस पर छपी तस्वीर है. इस दौरान तस्वीर को जो भी देख रहा है वो हैरान हो रहा है. फिलहाल, शादी का ये कार्ड सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दरअसल मुस्लिम परिवार की बेटी की शादी के लिए एक परिवार ने कार्ड छपाए थे. कार्ड पर हिंदू देवी-देवताओं की फोटो छपी थी, जो इस समय काफी सुर्खियों का मुद्दा बना हुआ है. फिलहाल, शादी का कार्ड सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है.

जानिए क्या है पूरा मामला?

बता दें कि, अमेठी के एक मुस्लिम परिवार शब्बीर उर्फ टाइगर ने अपनी बेटी सायमा की शादी का ऐसा कार्ड छपवाया है. उन्होंने कहा कि मेरी बेटी सायमा बानो की शादी 8 नवंबर को ग्राम सेन पुर पोस्ट सोठी महराज गंज रायबरेली के रहने वाले अब्दुल सत्तार से होनी है. ऐसे में मैंने अपने हिंदू दोस्तों और भाइयों को निमंत्रण कार्ड देने के लिए हिंदू रीति रिवाज के तहत शादी का कार्ड छपवाया है. इसमें हिंदू देवताओं की तस्वीर भी लगाई गई है.

श्री गणेश के साथ छपी हैं श्री कृष्ण की तस्वीर

बतया जा रहा है कि इस शादी के कार्ड में भगवान गणेश और श्री कृष्ण की तस्वीर लगी हुईं है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस कार्ड में दूल्हा- दुल्हन और रिश्तेदारों के नाम तो मुस्लिम है. लेकिन, शादी का कार्ड पूरे हिंदू रीति के देवी देवताओं का फोटो छपा हुआ है. जिस पर शादी की तारीख 8 नवंबर और अलादीन गांव का है.

जानिए मुस्लिम पिता ने क्या कहा?

इस दौरान सायमा के पिता  शब्बीर का कहना है कि उन्होंने कार्ड पर हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीरें इसलिए छपवाई हैं, क्योंकि,समाज में एक पॉजिटिव मैसेज जाए और भाईचारे की भावना को मजबूती मिले. उनका मानना है कि इस फैसले से हिंदू-मुस्लिम एकता को मजबूती मिलेगी. साथ ही लोग एक-दूसरे के धार्मिक मान्यताओं का सम्मान करेंगे.