उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन (UPPSC) द्वारा RO-ARO और PCS प्रारंभिक परीक्षा को एक ही तारीख पर आयोजित किए जाने के फैसले के खिलाफ प्रयागराज में सोमवार (11 नवंबर) को अभ्यर्थियों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया है. वहीं, इस फैसलें से हताश और नाराज उम्मीदवारों ने परीक्षा की तिथि को बदलने की मांग की है.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में प्रयागराज के डीसीपी, अभिषेक भारती ने कहा कि, "कुछ छात्र यहां एकत्र हुए हैं जो अपनी मांगें रखना चाहते हैं. छात्रों से निर्दिष्ट विरोध स्थल पर जाने का अनुरोध किया गया है. फिलहाल, हमने उनसे लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करने के लिए कहा है. साथ ही छात्रों को आश्वासन दिया गया है कि उनकी मांगें सुनी जाएंगी.
#WATCH | Uttar Pradesh: Aspirants in Prayagraj protest against Uttar Pradesh Public Service Commission (UPPSC) over the decision to hold RO-ARO and PCS preliminary exams on the same date. pic.twitter.com/Fh4Y6pqUTD
— ANI (@ANI) November 11, 2024
जानिए क्या है पूरा मामला?
प्रयागराज में बड़ी संख्या में छात्रों और प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों ने सोमवार को सड़कों पर उतरकर यूपीपीएससी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. उनका कहना था कि RO-ARO और PCS की प्रारंभिक परीक्षा एक ही दिन आयोजित किए जाने से दोनों परीक्षाओं में से किसी एक का चयन करना उनके लिए कठिन हो जाएगा. ऐसे में कई उम्मीदवारों ने इस फैसले को गलत बताते हुए यह तर्क दिया कि यह उनके भविष्य के लिए बड़ा झटका हो सकता है.
क्या हैं अभ्यर्थियों की मुख्य मांगें?
विरोध कर रहे छात्रों का कहना था कि दोनों परीक्षाओं में से किसी एक में शामिल होने के लिए उन्हें एक ही दिन में दो महत्वपूर्ण परीक्षाओं में से किसी एक का चुनाव करना होगा, जो कि पूरी तरह से अनुचित है. उम्मीदवारों का कहना है कि यह फैसला उनके मेहनत और समर्पण को नजरअंदाज करता है, और उनकी तैयारी पर प्रतिकूल असर डाल सकता है.
जानिए क्या कहना है UPPSC का?
उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन ने फिलहाल इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन अभ्यर्थियों का कहना है कि यदि उनकी मांगों को नहीं सुना गया, तो वे आगामी दिनों में और अधिक उग्र प्रदर्शन करेंगे.