UPPSC Exam: प्रयागराज में लोक सेवा आयोग के फैसले के खिलाफ 20 हजार से ज्यादा छात्र सड़कों पर उतरे हैं. 11 नवंबर को अभ्यर्थियों ने प्रदर्शन शुरू किया था जो अब तक जारी है. धीरे-धीरे छात्रों का ये आंदलोन भयंकर रूप ले रहा है. प्रदर्शन के दूसरे दिन छात्रों ने थाली बजाकर अपना विरोध जताया. इसके साथ ही लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत की शव यात्रा भी निकाली.
लोकसेवा आयोग के अध्यक्ष की प्रतीकात्मक शव यात्रा निकालते प्रतियोगी छात्र! #uppcs_no_normalisation pic.twitter.com/qIsa0iq7IW
— Karan Parihar (@KaranAicc) November 12, 2024
आंदोलन कर रहे छात्रों ने लोकसेवा आयोग के गेट पर 'लूट सेवा आयोग' लिख दिया. एक ही दिन में छात्रों का आंदोलन बहुत ही बड़ा हो चुका है. 11 नवंबर को जब छात्रों ने आदोंलन शुरू किया था तब मात्र कुछ हाजर छात्र ही इस आंदोलन से जुड़े थे. लेकिन अब ये संख्या बढ़कर 20 हजार हो चुकी है. छात्रों को सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का भी साथ मिला है.
आजाद भारत में ऐसा पहली बार हो रहा है कि लोक सेवा जैसी संस्था पर लूट सेवा आयोग लिखा जा रहा है !
— Bishwajeet Yadav (@BishwajeetA2Y) November 12, 2024
योगी आदित्यनाथ की जातिवादी मानसिकता के बजे से यह सब हो रहा है !
योगी ने हर बड़े पदों पर अपने जाति के लोगों को बैठक मनमानी करने की छूट दे रखी है !
जुड़ेंगे तो जीतेंगे अखिलेश जी ! pic.twitter.com/johckkBnHf
इस आंदोलन में अभ्यार्थियों का साथ देने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर भी शामिल होने जा रहे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. इतना ही नहीं छात्रों को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या का भी साथ मिला है. उन्होंने कहा कि अधिकारियों को छात्रों की मांग को संवेदनशीलता से सुनना चाहिए और जल्द से जल्द समाधान करना चाहिए. उन्होंने कहा कि अधिकारियों को यह सुनिश्चित करना होगा कि छात्रों का कीमती समय आंदोलन में लगने की बजाए परीक्षा की तैयारी में लगे.
आज़ लगातार दूसरे दिन भी लगभग 25000 प्रतियोगी 'लूट आयोग' के सामने धरना प्रदर्शन में शामिल हुए हो रहे हैं।#uppcs_no_normalisation pic.twitter.com/Q30Uc46gmu
— बेसिक शिक्षा: सूचना और सामग्री (@Info_4Education) November 12, 2024
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने छात्रों के समर्थन में हुंकार भरी. उन्होंने कहा कि यूपी में योगी बनाम प्रतियोगी छात्र जैसा माहौल बन गया है. बीजेपी के जाने पर ही छात्रों का उत्थान होगा. बीजेपी और नौकरी एक दूसरे के विरोधाभासी है. उन्होंने कहा कि जब बीजेपी जाएगी तभी नौकरी आएगी.
प्रयागराज में बच्चों के साथ जो मारपीट हुई, वह कदापि उचित नहीं।
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) November 11, 2024
छात्रों को शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने का हक़ है लेकिन आवेश में आयोग के अंदर जबरन घुसने की ज़रूरत नहीं थी।
विज्ञापन निकले के बाद आयोग द्वारा परीक्षा प्रक्रिया में बदलाव-पर्सेंटाइल व नॉर्मलिज़ेशन ठीक नहीं।
आयोग को… pic.twitter.com/NbcjOF0J3d
वहीं, पूर्व बीजेपी सांसद बृजभूषण ने कहा कि छात्रों की मांग पर गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है. उनकी मांगों को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए.
योगी जी ने कौन का आयोग बनाया है ?
— Kuldeep Yadav (@Kuldeepkumar497) November 12, 2024
ठाकुर आयोग ?
चिलम आयोग ?
बेईमान आयोग ?
भ्रष्टाचारी आयोग ?
सीएम योगी स्पष्ट करें कि युवाओं के भविष्य के साथ खेलने वाला ये कौन सा आयोग है जिसके सीईओ सीएम योगी खुद हैं ? #UPPSC_No_Normalisation #uppcs_no_normalisation pic.twitter.com/cEe959hqFt
यूपी लोक सेवा आयोग ने इस बार पीसीएस और RO/ARO की प्री परीक्षा को अलग-अलग दिन अलग-अलग पालियों में कराने का फैसला लिया है. पीसीएस प्री की परीक्षा 7 और दिसंबर को है. जबकि आरओ और एआरओ की 22 और 23 दिसंबर को. छात्रों की मांग है कि हमें नॉर्मलाइजेशन नहीं चाहिए. एक ही दिन एक ही पाली में परीक्षाएं आयोजित कराई जाएं. इसी को लेकर छात्र सड़कों पर उतर गए हैं.