UP police paper leak Case: यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती में पेपर लीक पर विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. अभ्यर्थियों ने यह दावा किया है कि सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर परीक्षा से पहले ही लीक हो गया था. पेपर लीक मामले में यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड को डेढ़ हजार से अधिक शिकायतें मिली है. इस मामले में यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड के डीजी का भी बयान सामने आया है. यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड के डीजी रेणुका मिश्रा ने कि पेपर लीक के संबंध में हमें एप्लीकेशन मिले हैं और जांच जारी है. रेणुका मिश्रा ने आगे कहा कि पेपर लीक से संबंधित अब तक जितने भी मेल आए हैं, उनकी जांच की जा रही है. जांच के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा.
यूपी पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती में कथित पेपर लीक की खबरों से अभ्यर्थियों में गुस्सा बना हुआ है. अभ्यर्थियों ने इस पूरे मामले में सरकार से जांच की मांग की है. छात्रों का कहना है कि अगर वाकई में पेपल लीक हुआ तो सरकार सिपाही भर्ती परीक्षा फिर से आयोजित कराए. बता दें कि यूपी में 60 हजार से अधिक पदों पर सिपाही भर्ती निकाली थी जिसके लिए प्रदेश के लाखों युवाओं ने आवेदन किए थे लेकिन अब पेपर लीक की खबरों के बीच हर किसी की नजर यूपी उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड और योगी सरकार के फैसले पर टिकी हुई है.
यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती में कथित पेपर लीक के मामले में 200 से ज्यादा लोगों को अब तक गिरफ्तार किया गया है. जानकारी के अनुसार इस पूरे मामले में जांच के लिए एडीजी/सदस्य सचिव उप्र पुलिस भर्ती की अध्यक्षता में आंतरिक जांच समिति का गठन किया गया है. कांस्टेबल भर्ती में पेपर लीक के दावों को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर नजर आ रही है. इसी कड़ी में यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव से लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी तक की एंट्री हो चुकी है.
यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि पुलिस भर्ती परीक्षा लीक कराई गई है. नौजवान परेशान है. अखिलेश यादव ने कहा कि परीक्षा का पेपर लीक क्यों हो रहा है. कहीं उसे लीक तो नहीं कराया जा रहा है. राष्ट्रवादी सरकार वही जो किसान और नौजवानों को खुशहाल बनाए.
प्रियंका गांधी ने अपने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर लिखा कि कांग्रेस ने यूपी में भर्ती विधान पेश किया था जिसमें पेपर लीक और भर्तियों में भ्रष्टाचार रोकने के प्रावधान रखे गए थे. पेपर लीक संकट को देखते हुए हमारी मांग है कि हाल में हुई दोनों पेपर लीक की घटनाओं की सीबीआई जांच हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो. एक परीक्षा कैलेंडर जारी हो, जिसमें विज्ञापन, परीक्षा, नियुक्ति की तारीखें दर्ज हों और इसका उल्लंघन होने पर सख्त कार्रवाई की जाए. भर्तियों के साथ आरक्षण में भ्रष्टाचार रोकने के लिए सामाजिक न्याय पर्यवेक्षक नियुक्त हों. युवाओं का भरोसा बहाल करने के लिए सभी परीक्षाओं के फॉर्म निशुल्क किए जाएं. परीक्षा देने के लिए युवाओं को फ्री बस और ट्रेन मुहैया कराई जाए.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि लखनऊ से लेकर प्रयागराज तक पुलिस भर्ती पेपर लीक को लेकर युवा सड़कों पर हैं और वहां से मात्र 100 किमी दूर वाराणसी में प्रधानमंत्री युवाओं के नाम पर युवाओं को ही बरगला रहे हैं. ठेठ बनारसी अंदाज में कहें, तो मोदी जी 'नानी को ननिहाल का हाल सुना रहे हैं'. इससे पहले राहुल ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा में कहा था, पेपर लीक आपके साथ अन्याय है. यह सब आपके प्रधानमंत्री करा रहे हैं. संगम की नगरी में आप पर अत्याचार किया जा रहा है. राहुल गांधी ने युवाओं से कहा, आप डरो नहीं, हाथ उठाओ. पेपर लीक होने का मुद्दा मैं उठाऊंगा.