Jhansi SDM Car Viral Video: उत्तर प्रदेश के झांसी से एक अनोखा वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में एक लड़का और लड़की SDM की गाड़ी पर चढ़कर ठुमके लगाते दिख रहे हैं. गाड़ी के बोनट पर चढ़कर डांस करने के साथ-साथ हूटर और लाल बत्ती जलाकर डांस वाला माहौल भी बनाने की कोशिश की गई. यह घटना झांसी के बड़गांव थाना क्षेत्र की बताई जा रही है. सोशल मीडिया पर वीडियो आने के बाद ड्राइवर पर मुकदमा भी दर्ज हुआ है.
जिस गाड़ी पर पर डांस किया जा रहा है वह बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण के ओएसडी को मिली हुई है. बताया जा रहा है कि जब एसडीएम की गाड़ी पर गाना बजाकर डांस किया गय तो वह उस वक्त वहां मौजूद नहीं थे. रिपोर्ट के अनुसार किसी बर्थडे पार्टी के लिए नृत्यांगनाएं बुलाई गई थीं. वीडियो में एक बोलेरो गाड़ी दिखाई दे रही है जिसका नंबर यूपी 93 डीटी 5509 बताया जा रहा है.
वीडियो में देखा गया कि गाड़ी के हूटर को बजाया गया और लाल बत्ती का इस्तेमाल कर इसे एक तरह से DJ का लुक दिया गया. इस दौरान गाड़ी का रौब लोगों पर दिखाने के लिए इस प्रकार का उपयोग किया गया, लेकिन आगे जो हुआ वह और भी चौंकाने वाला था.
झांसी, UP में SDM लिखी बोलेरो के बोनट पर लड़की का डांस। ये गाड़ी बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण के OSD को मिली हुई थी। हालांकि उस टाइम वो गाड़ी में नहीं थे। ड्राइवर पर FIR दर्ज हुई। दरअसल, एक बर्थडे पार्टी में नृत्यांगनाएं बुलाई गई थीं। pic.twitter.com/MCmdffRZcA
— Sachin Gupta (@SachinGuptaUP) November 12, 2024
वीडियो में आगे दिखता है कि एक महिला डांसर गाड़ी के बोनट पर चढ़कर डांस करने लगी, और थोड़ी देर बाद एक युवक भी वहां आकर उसके साथ ठुमके लगाते हुए दिखाई दिया. इस दृश्य ने वहां मौजूद लोगों का ध्यान अपनी ओर खींच लिया और देखते ही देखते यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
वीडियो वायरल होने के बाद जिला प्रशासन और बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अधिकारियों पर सवाल उठाए जा रहे हैं कि आखिर सरकारी गाड़ी का ऐसा इस्तेमाल कैसे हो सकता है. सायरन और लाल बत्ती लगी गाड़ी का इस तरह से नाच-गाने के लिए उपयोग किए जाने पर लोग अधिकारियों की लापरवाही और अनुशासनहीनता पर प्रश्न कर रहे हैं.
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है. हालांकि, अभी तक किसी भी अधिकारी ने इस पर प्रतिक्रिया देने से इंकार कर दिया है. पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि आखिरकार सरकारी गाड़ी का इस तरह से निजी उद्देश्यों के लिए उपयोग कैसे किया गया और क्या यह SDM की जानकारी में हुआ था.