CM Yogi on Aligarh Muslim University: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) के अल्पसंख्यक दर्जे पर पहली बार बयान दिया है. उन्होंने एएमयू में आरक्षण और सरकार के योगदान पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह एक केंद्रीय संस्थान है जो केंद्र सरकार के फंड से चलता है, लेकिन फिर भी यहां एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों को आरक्षण नहीं मिलता है. योगी आदित्यनाथ का कहना है कि जिस तरह से भारत सरकार के पैसे से चलने वाले अन्य शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण की नीति लागू होती है, उसी प्रकार एएमयू में भी इसे लागू किया जाना चाहिए.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खैर विधानसभा क्षेत्र में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि देश के अन्य भागों में मंडल कमीशन की रिपोर्ट के अनुसार एससी, एसटी और पिछड़े वर्गों को आरक्षण मिलता है, परंतु एएमयू में यह नीति नहीं अपनाई जाती है. उनका कहना था कि यदि यह संस्थान देश के करदाताओं के पैसों से चलता है, तो इसे सभी समुदायों को समान अवसर देने चाहिए. उन्होंने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, और बसपा अपने राजनीतिक स्वार्थ के लिए एएमयू के अल्पसंख्यक दर्जे का समर्थन कर रहे हैं और इसे बनाए रखने में उनकी भूमिका केवल वोट बैंक की राजनीति से प्रेरित है.
रैली में योगी आदित्यनाथ ने लोगों से जाति और धर्म के आधार पर बंटने से बचने की अपील की. उन्होंने कहा कि यदि हम विभाजित होते हैं, तो देश की एकता और अखंडता को नुकसान होता है. सीएम योगी ने जोर दिया कि 'बंटेंगे तो कटेंगे, एक रहेंगे तो नेक रहेंगे.' उन्होंने कहा कि कुछ लोग समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं, परंतु हमें एकजुट रहकर इस विभाजन की नीति का सामना करना चाहिए.
योगी आदित्यनाथ ने अलीगढ़ की जनता को यह आश्वासन दिया कि भाजपा सरकार की डबल इंजन की सरकार उन्हें सुरक्षा और विकास का एहसास दिलाएगी. उन्होंने राजा महेंद्र प्रताप सिंह के योगदान का भी जिक्र किया और कहा कि भाजपा सरकार ने उनके नाम पर अलीगढ़ में एक राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना की है. यह विश्वविद्यालय आने वाले समय में अलीगढ़ के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
योगी आदित्यनाथ ने जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाने के बाद बने अच्छे माहौल का भी उल्लेख किया. उन्होंने कहा कि जब केंद्र सरकार ने यह कदम उठाया, तो राज्य में शांति और विकास के रास्ते खुले. हालाँकि, कुछ राजनीतिक दल अब फिर से इसे बहाल करने की मांग कर रहे हैं, जिससे कश्मीर में फिर से उथल-पुथल मच सकती है. मुख्यमंत्री का कहना था कि धारा 370 ही कश्मीर में आतंकवाद की जड़ थी, जिसे हटाकर केंद्र ने एक बड़ा कदम उठाया है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों, विशेषकर कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस पर निशाना साधा और कहा कि ये दल धारा 370 की बहाली की मांग कर रहे हैं. डॉ. भीमराव अंबेडकर भी इसके खिलाफ थे. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विपक्षी दल अपने वोट बैंक के लिए देश की एकता और अखंडता से समझौता कर रहे हैं.