Jharkhand Assembly Elections: झारखंड विधानसभा चुनाव की तारीखों के नजदीक आते ही राज्य की राजनीति में गर्मी बढ़ गई है. इसी बीच कांग्रेस नेता और जामताड़ा से पार्टी के उम्मीदवार इरफान अंसारी के एक विवादास्पद बयान ने राजनीतिक माहौल को और भी गरमा दिया है. अंसारी ने 24 अक्टूबर 2024 को अपनी नामांकन प्रक्रिया के बाद भाजपा नेता और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन के बारे में एक अपमानजनक टिप्पणी की, जिससे न सिर्फ महिलाओं, बल्कि पूरे आदिवासी समाज में गुस्सा फैल गया है.
इरफान अंसारी का विवादास्पद बयान
झारखंड के मंत्री और कांग्रेस नेता इरफान अंसारी के विवादित बयान से सीता सोरेन दुखी, कैमरे के सामने हुईं भावुक#jharkhandnews #SitaSoren pic.twitter.com/8FVnHNIxfd
— Oneindia Hindi (@oneindiaHindi) October 28, 2024
दुर्गा सोरेन की विधवा हैं सीता सोरेन
सीता सोरेन, जो झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के प्रमुख शिबू सोरेन के बेटे दुर्गा सोरेन की विधवा हैं, इस टिप्पणी से बेहद आहत हैं. मीडिया से बातचीत करते हुए सीता सोरेन की आंखों में आंसू थे, और उन्होंने कहा, 'आज अगर मेरे पति जिंदा होते तो वह इरफान अंसारी से जवाब लेते.' इसके साथ ही उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि उनके देवर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन ने अब तक इस मुद्दे पर कोई प्रतिक्रिया क्यों नहीं दी.
महिला विरोधी बयान पर कांग्रेस पर दबाव
इरफान अंसारी के इस बयान को लेकर न सिर्फ राज्य स्तर पर, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी तीव्र प्रतिक्रिया आई है. राष्ट्रीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ने भी इस बयान की निंदा की है, और कहा कि कांग्रेस पार्टी किसी भी महिला के खिलाफ ऐसी टिप्पणियों का समर्थन नहीं करती. इसके साथ ही अनुसूचित जनजाति आयोग ने भी इस मामले पर रिपोर्ट मांगी है, और जामताड़ा टाउन थाने में अंसारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.
बीजेपी हुई हमलावर
भाजपा ने इस मामले को लेकर कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) पर हमला बोला है. भाजपा ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, जो सीता सोरेन के देवर हैं, उनकी चुप्पी शर्मनाक है. भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'जो भाभी के स्वाभिमान की रक्षा नहीं कर सकता, वह झारखंड की बहन-बेटियों की क्या रक्षा करेगा?'
मोहब्बत की दुकान चलाने वाले नफरत के सौदागर हैं। ये रोज मां, बहन और बेटियों का अपमान करते हैं।
— BJP JHARKHAND (@BJP4Jharkhand) October 28, 2024
-श्री @ChouhanShivraj जी, केंद्रीय मंत्री व प्रदेश चुनाव प्रभारी pic.twitter.com/ZE3bDD5rE3
कांग्रेस की प्रतिक्रिया और इरफान अंसारी की माफी
इस मामले के बढ़ते विवाद पर कांग्रेस ने बैकफुट पर आकर बयान दिया कि वह किसी भी तरह के विवादास्पद बयान का समर्थन नहीं करती. पार्टी के वरिष्ठ नेता और महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अलका लांबा ने कहा कि इरफान अंसारी के बयान पर पार्टी द्वारा कार्रवाई की जाएगी. बाद में, इरफान अंसारी ने अपने बयान पर खेद व्यक्त करते हुए माफी मांगी, लेकिन यह सवाल खड़ा हुआ कि पार्टी ने उन्हें इस तरह की टिप्पणी करने से पहले क्यों नहीं रोका.
कांग्रेस में महिला विरोधी सोच एक पुरानी व्यवस्था
इरफान अंसारी का यह बयान कोई पहला उदाहरण नहीं है. इससे पहले भी कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं के महिला विरोधी बयानों ने पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाया है. हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस नेताओं की महिला विरोधी टिप्पणी ने भी पार्टी के लिए मुश्किलें पैदा की थीं. इस तरह के बयान कांग्रेस पार्टी के भीतर महिला मुद्दों के प्रति गंभीरता की कमी को उजागर करते हैं.
उदाहरण के तौर पर राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान ऐश्वर्या राय के बारे में विवादास्पद टिप्पणी की थी. वहीं, दिग्विजय सिंह ने 2013 में अपनी ही पार्टी की सांसद मीनाक्षी नटराजन को '100 टका टंच माल' कहा था, जो बाद में विवाद का कारण बना.