Yamuna River Danger Mark: दिल्ली में यमुना नदी खतरे के निशान को पार कर गई है. बता दें कि दो साल में पहली बार यमुना नदी ने 205.33 मीटर के खतरे के निशान को पार किया है. इससे जनता और सरकार में चिंता पैदा हो गई हैं. केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के अनुसार, सोमवार को नदी का जलस्तर 205.63 मीटर तक पहुंच गया, जिसके आज 206 मीटर से ऊपर जाने की उम्मीद है. दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने तैयारियों और सुरक्षा उपायों का जायजा लेने के लिए बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया.
सरकार ने कहा है कि अगर पानी 206 मीटर से ऊपर बढ़ता है, तो निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाएगा. बता दें कि जलस्तर में बढ़ोतरी हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के चलते हुई. 12 घंटे तक 1,00,000 क्यूसेक से ज्यादा पानी छोड़ा गया, जिसका मैक्सिमम लेवल लगभग 1,79,000 क्यूसेक रहा, जो इस मौसम का अब तक का सबसे ज्यादा पानी है.
#WATCH | The water level in the Yamuna River crosses the danger mark in Delhi.
— ANI (@ANI) August 19, 2025
Visuals from Delhi's ITO pic.twitter.com/tlLUsJVDvk
सरकार ने लोगों को सचेत करने के लिए 34 नाव भेजीं. लाउडस्पीकरों के जरिए निवासियों को रात 2 बजे से सुबह 4 बजे के बीच रिलोकेट होने के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी. यमुना के पास रहने वाले कई लोगों के लिए, यह हर साल की बात है.
जुलाई 2023 में यमुना का जलस्तर रिकॉर्ड 208.66 मीटर तक पहुंच गया था. उस साल, 23,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया था. शहर के आईटीओ, सिविल लाइंस और मयूर विहार जैसे बड़े हिस्से भी जलमग्न हो गए थे. जल शोधन संयंत्रों को बंद करना पड़ा, जिससे दिल्ली में पानी की कमी हो गई थी. आधिकारिक रिकॉर्ड के अनुसार, बाढ़ लगभग हर साल आती है. पिछले 63 सालों में, यमुना 53 बार चेतावनी स्तर को पार कर चुकी है और 14 बार 206 मीटर को पार कर चुकी है.