नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे भरोसेमंद फिनिशरों में से एक रिंकू सिंह को साउथ अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टी20 सीरीज के लिए टीम में जगह नहीं मिली है. उनका बाहर होना हर किसी को चौंका रहा है.
फैंस हैरान हैं कि जिस खिलाड़ी ने पिछले दो साल में लगातार शानदार प्रदर्शन किया, उसे अचानक बाहर क्यों कर दिया गया? इस सवाल का सीधा जवाब खुद टीम इंडिया के टी20 कप्तान सूर्यकुमार यादव ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिया है.
पहले टी20 मैच से पहले जब पत्रकारों ने सूर्या से पूछा कि रिंकू सिंह जैसे धुआंधार फिनिशर की जगह शिवम दुबे जैसे ऑलराउंडर को क्यों तरजीह दी जा रही है, तो कप्तान ने बिल्कुल स्पष्ट जवाब दिया.
सूर्यकुमार ने कहा, 'आप एक शुद्ध फिनिशर की तुलना किसी ऑलराउंडर से नहीं कर सकते. शिवम दुबे नंबर-3 से लेकर नंबर-7 तक कहीं भी बल्लेबाजी कर सकते हैं. ऑस्ट्रेलिया दौरे पर आपने देखा ही था कि वो नंबर-3 पर बल्लेबाजी करने गए थे. हमें टीम में वो लचीलापन चाहिए जो अलग-अलग परिस्थितियों में काम आए.'
रिंकू सिंह के टी20 इंटरनेशनल रिकॉर्ड पर नजर डालें तो हैरानी होती है कि इतने शानदार नंबर के बावजूद उन्हें बाहर रखा गया. रिंकू ने अब तक भारत के लिए 35 मुकाबले खेले हैं, जिसमें उन्होंने 42.30 की औसत और 162 के स्ट्राइक रेट के साथ 550 रन बनाए हैं.
इसके अलावा घरेलू और आईपीएल मिलाकर रिंकू ने 175 टी20 मैचों में 147 के स्ट्राइक रेट से 3300 से ज्यादा रन बनाए हैं. फिर भी टीम कॉम्बिनेशन में वो फिट नहीं बैठ पाए.
सूर्यकुमार के बयान से साफ हो गया है कि अब भारतीय टी20 टीम में सिर्फ स्पेशलिस्ट फिनिशर से काम नहीं चलेगा. मैनेजमेंट को ऐसे खिलाड़ी चाहिए जो अलग-अलग नंबर पर बैटिंग कर सकें. जरूरत पड़े तो गेंदबाजी भी कर सकें और टीम को हर स्थिति में बैलेंस दें.
रिंकू सिंह के लिए ये आसान नहीं होने वाला है. टी20 वर्ल्ड कप 2024 में भी उनके आगे शिवम दुबे को तरजीह दी गई थी. ऐसे में अब टी20 वर्ल्ड कप 2026 से पहले उन्हें एक बार फिर से ड्रॉप कर दिया गया है. इससे संदेश साफ है कि उन्हें शायद टी20 वर्ल्ड कप 2026 की टीम में जगह नहीं मिलेगी.