नई दिल्ली: पिछले कुछ दिनों से इंडिगो एयरलाइंस की मुसीबतें पूरे देश में सुर्खियां बटोर रही हैं. स्टाफ की कमी के चलते 2 दिसंबर से हजारों फ्लाइट्स या तो देरी से उड़ रही हैं या रद्द हो रही हैं.
यात्रियों के साथ-साथ अब यह संकट भारतीय क्रिकेट के घरेलू सीजन पर भी भारी पड़ रहा है. बीसीसीआई का पूरा शेड्यूल गड़बड़ा गया है और कई मैचों में खिलाड़ी, अंपायर और मैच ऑफिशियल्स समय पर नहीं पहुंच पा रहे.
8 दिसंबर को कल्याणी (पश्चिम बंगाल) में कूच बिहार ट्रॉफी अंडर-19 टूर्नामेंट का मैच बंगाल बनाम गोवा के बीच खेला जाना था. मैच तो सुबह निर्धारित समय पर शुरू हो गया लेकिन एक बड़ी समस्या खड़ी हो गई ऑन-फील्ड अंपायर नितिन पंडित मैदान पर ही नहीं थे.
दरअसल, नितिन पंडित को कोलकाता आने वाली इंडिगो की फ्लाइट में देरी हो गई. फ्लाइट इतनी लेट हुई कि वे पहले सत्र के दौरान मैदान पर नहीं पहुंच सके. मजबूरन लोकल अंपायर प्रकाश कुमार को अकेले पहले सत्र की जिम्मेदारी संभालनी पड़ी. नितिन पंडित जब सड़क मार्ग से कल्याणी पहुंचे, तब तक लंच ब्रेक हो चुका था. लंच के बाद ही वे अपना काम संभाल पाए.
बंगाल की अंडर-19 टीम भी इस संकट से नहीं बच पाई. उनकी इंडिगो फ्लाइट रद्द हो जाने की वजह से खिलाड़ियों को बस से करीब 30 घंटे का लंबा सफर करना पड़ा. फिर भी दोनों टीमों ने हिम्मत नहीं हारी और तय समय पर टॉस करके मैच शुरू कर दिया.
इंडिगो की परेशानी का असर सिर्फ कल्याणी तक सीमित नहीं रहा. ओडिशा और कर्नाटक के बीच बलांगीर में 8 दिसंबर को होने वाला कूच बिहार ट्रॉफी का मैच भी एक दिन के लिए टालना पड़ा. दोनों टीमों की फ्लाइट्स में बदलाव के कारण 9 दिसंबर से मैच शुरू किया गया.
बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस पूरे मामले पर कहा, 'इस समय हवाई यात्रा में काफी दिक्कतें आ रही हैं. हालात धीरे-धीरे सुधर रहे हैं लेकिन अभी पूरी तरह ठीक नहीं हुए हैं. हम कोशिश कर रहे हैं कि टूर्नामेंट का शेड्यूल जस का तस चले लेकिन कुछ जगह छोटे-मोटे बदलाव करने पड़ रहे हैं.'