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'हमारे बल्लेबाजी में कुछ तो गड़बड़ है', हिटमैन की आर्मी पर जमकर बरसे अनिल कुंबले; दे डाली आत्ममंथन करने की सलाह

Anil Kumble: अनिल कुंबले ने भारत के खराब बल्लेबाजी प्रदर्शन की कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा कि हर एक टेस्ट मैच में भारतीय बल्लेबाजों को संघर्ष करना पड़ा है. हमारी बल्लेबाजी में कुछ तो गड़बड़ है.

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Edited By: India Daily Live
Anil Kumble and Rohit Sharma
Courtesy: Social Media

Anil Kumble: न्यूजीलैंड के खिलाफ रोहित एंड कंपनी को मिली करारी हार के बाद सवाल उठने लगे हैं. भारतीय टीम को 3-0 से सीरीज गंवानी पड़ी. इस हार के बाद टीम इंडिया पर पूर्व दिग्गज और भारतीय टीम के पूर्व हेड कोच अनिल कुंबले ने कड़ी ओलचना की है. उन्होंने टीम के प्रदर्शन पर कड़ा रुख अपनाते हुए खिलाड़ियों की बल्लेबाजी में गंभीर कमियों की ओर इशारा किया.

कुंबले का मानना है कि टीम की बल्लेबाजी में रणनीति की कमी के कारण यह स्थिति पैदा हुई है. उन्होंने सुझाव दिया कि खिलाड़ियों के चयन और रणनीति को लेकर प्रबंधन को आत्ममंथन करने की जरूरत है. भारतीय टीम को जल्द ही ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए तैयार होना है. ऐसे में मैनेजमेंट को इस पर सोचना होगा. 

अनिल कुंबले ने बल्लेबाजी पर उठाए सवाल

कुंबले ने भारतीय बल्लेबाजों की कमजोरी की ओर इशारा करते हुए कहा कि टॉप-ऑर्डर का लगातार ढहना टीम के लिए बड़ा संकट बनता जा रहा है. बल्लेबाजों का टिककर खेल न पाना और विपक्षी गेंदबाजों के खिलाफ टिकाऊ रणनीति का अभाव हार का मुख्य कारण बना. कुंबले ने यह भी सुझाव दिया कि चयनकर्ताओं और प्रबंधन को बल्लेबाजों के फॉर्म और मानसिकता पर ध्यान देना चाहिए, ताकि आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में टीम मजबूत स्थिति में उतर सके. कुंबले ने कहा कि भारतीय टीम को आत्ममंथन करने की जरूरत है. न्यूजीलैंड ने जिस तरह से गेम खेला उसके लिए उनकी तारीफ होनी चाहिए. 

पूर्व भारतीय मुख्य कोच अनिल कुंबले ने भारत के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजी पर गहरी चिंता व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि , बेंगलुरु में दूसरी पारी को छोड़कर तीन मैचों के हर सेशन में भारतीय  बल्लेबाजों ने संघर्ष किया.

पिच पर भी उठाए सवाल

इस हार के बाद अनिल कुंबले ने भारत के पिच चयन पर सवाल उठाए. उन्होंने विशेष रूप से पुणे और मुंबई में तैयार की गई टर्निंग पिचों की आलोचना की, जो भारतीय बल्लेबाजों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हुईं। कुंबले ने न्यूजीलैंड की टीम की सराहना करते हुए कहा कि कीवी खिलाड़ियों ने न केवल पिचों को अच्छी तरह समझा, बल्कि हर मैच में परिस्थितियों के अनुसार खेलते हुए अपनी रणनीति का कुशलतापूर्वक उपयोग किया. यह उनके लिए ऐतिहासिक जीत थी, क्योंकि यह पहली बार था जब न्यूजीलैंड ने किसी टेस्ट सीरीज में तीन लगातार मैच जीते, वह भी विदेशी धरती पर.

न्यूजीलैंड द्वारा दिए गए  147 रनों के लक्ष्य को टीम इंडिया हासिल नहीं कर पाई और उसे 25 रनों से हार का सामना करना पड़ा. वानखेड़े की मुश्किल पिच पर भारतीय बल्लेबाजों की कमजोरियां उजागर हुई है. अजाज पटेल की घातक गेंदबाजी ने भारतीय बल्लेबाजों को संभलने का मौका ही नहीं दिया.