PAK अफसर से शादी कर हिंदुस्तान के लिए जासूसी करती रहीं सहमत, हकीकत है फिल्म 'राजी' की कहानी
आलिया भट्ट की फिल्म राजी साल 2018 में रिलीज हुई. इस फिल्म को दर्शकों का खूब प्यार भी मिला. लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह एक लड़की की रियल लाइफ स्टोरी है.

नई दिल्ली: देश में ऐसे कई शूरवीरों ने जन्म लिया, जिनका नाम आज भी इतिहास के पन्नों में सुनहरे अक्षरों में अंकित है. इनमें से कुछ के बारे में तो हम जानते हैं लेकिन कईयों की कहानी अनसुनी रह जाती है. आज हम आपको बताएंगे एक ऐसी लड़की की कहानी, जिसके आगे पाकिस्तान ने भी अपने घूटने टेक दिए थे.

आलिया भट्ट की साल 2018 में रिलीज हुई फिल्म राजी को दर्शकों ने काफी प्यार दिया. हालांकि, बेहद कम लोग जानते हैं कि इस फिल्म की कहानी असली है. यह फिल्म कॉलिंग सहमत नाम के एक नॉवल पर बनी है, जो पूर्व नौसेना अधिकारी हरिंदर सिक्का ने लिखी है. ये नॉवल एक भारतीय कश्मीरी लड़की पर आधारित है. जो 1971 भारत-पाकिस्तान युद्ध में अंडरकवर एजेंट बनकर पाकिस्तान जाती हैं.

साल 1999 में हरिंदर सिक्का कारगिल यद्ध को कवर कर रहे थे. मीडिया को दिए इंटरव्यू में वो कथित विफलता के लिए भारतीय आर्मी पर काफी गुस्साए हुए थे. उन्होंने खुफिया विभाग में कुछ लोगों के देशभक्ति पर सवाल उठाया था. वो एक आर्मी ऑफिसर से मिले जिसने अपनी मां सहमत (बदला हुआ नाम) की कहानी सुनाई. जिस पर उन्होंने नॉवल लिखी. उसी कैरेक्टर को आलिया भट्ट निभा रही हैं.

सहमात कोई प्रोफेशनल सैनिक नहीं थीं. वो तो एक आम कश्मीरी बिजनेसमैन की बेटी थीं. बाद में सहमत को जासूसी की ट्रेनिंग देकर एक पाकिस्तान ऑफिसर संग ब्याह दिया गया, ताकि वो पाकिस्तान में रहकर जासूसी कर सकें. सहमत 1971 के यूद्ध के दौरान भारत को पाकिस्तान में चल रही खुफिया प्लानिंग की जानकारी दिया करती थीं.

सहमत की सबसे बड़ी उप्लब्धि है कि उन्होंने पाकिस्तान के एक बड़े नापाक मंसूबे पर पानी फेरा था. दरअसल, पाकिस्तान भारत के आईएनएस विराट को डुबोना चाहता था. सहमत ने भारत की खुफिया एजेंसी को इस बात की जानकारी देकर उनका मिशन फेल कर आईएनएस विराट को बचा लिया.
