World Tourism Day 2023 : दुनिया में कई ऐसे देश हैं, जिनकी अर्थव्यवस्था पर्यटन पर ही टिकी हुई है. आज के समय में पर्यटन एक उद्योग का रूप ले चुका है. पिछले कुछ सालों में कोविड-19 से उपजे संकटों से उबरने की क्रिया में पर्यटन उद्योग आज भी प्रयासरत है. लॉकडाउन से सबसे ज्यादा नुकसान भी पर्यटन उद्योग को हुआ.
संयुक्त राष्ट विश्व व्यापार संगठन हर साल 27 सितंबर को विश्व पर्यटन दिवस मनाता है. इस वर्ष इस दिवस की मेजबानी साऊदी अरब कर रहा है. संयुक्त राष्ट विश्व व्यापार संगठन का इस साल पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हरित निवेश पर जोर दिया है.
साल 2023 में विश्व पर्यटन दिवस की थीम टूरिज्म एंड ग्रीन इंवेस्टमेंट यानि पर्यटन और हरित निवेश है. हरित निवेश एक ऐसा निवेश है, जो ऐसी परियोजनाओं पर फोकस करके किया जाता है, जो प्रदूषण को कम करने, जीवाश्म ईंधन के उपयोग को घटानेस प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण, वैकल्पिक ऊर्जा के स्रोतों के विकास आदि जैसे पर्यावरण संरक्षण का प्रयास करते हैं. इसमें पर्यटन से जुड़ी हर एक्टिविटी हरित एक्टिविटी होती है. इसमें ग्रीन एनर्जी का प्रयोग किया जाता है और इसकी अन्य गतिविधियां पर्यावरण को हानि नहीं पहुंचाती हैं.
दुनिया में कई सारे ऐसे देश हैं, जहां पर्यटन एक प्रमुख उद्देश्य है और यह आर्थिक गतिविधियों का केंद्र है. विश्व के 44 देश, जिनमें मालद्वीप, ब्रिटिश वर्जीनिया आयरलैंड्स, अरूबा, सेशेल्स और बाहमा देश आदि हैं, जो पर्यटन उद्योग पर निर्भर हैं. यूरोप में पर्यटन को उद्योग के रूप में माना जाता है. पर्यटन के प्राकृतिक, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक आदि कई आधार होते हैं.
विश्व पर्यटन संस्था ने साल 1970 में इस दिवस के लिए 27 सितंबर को चुना था. इस साल बने नियमों के कारण ही पांच साल बाद विश्व व्यापार संगठन का निर्माण हो सका था. उस दिन से ही इस दिवस को मनाने की शुरुआत हुई थी. साल 1980 में 27 सितंबर को पहला विश्व टूरिज्म डे मनाया गया. वहीं, साल 1997 के अक्टूबर में 12वीं संयुक्त राष्ट्र विश्व व्यापार संगठन की महासभा ने तुर्की के इस्तांबुल में फैसला लिया कि हर साल संगठन के किसी एक देश को विश्व पर्यटन दिवस मनाने के लिए सहयोगी रखा जाएगा.