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Uric Acid के लिए यमराज, ठंड में जोड़ों के दर्द का होगा अब झट से काम तमाम, ये चटपटी हरी चटनी नहीं जादू है

ठंड के मौसम में अधिकतर लोग जोड़ों के दर्द और यूरिक एसिड की समस्या से परेशान रहते हैं. आयुर्वेद के मुताबिक सर्दियों में आंवले की चटनी का सेवन करना राहत दिलाने में मदद कर सकती है.

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Edited By: Reepu Kumari
Winter Special Chutney
Courtesy: Pinteres

Winter Special Chutney: ठंड के मौसम में कई लोग जोड़ों के दर्द और यूरिक एसिड की समस्या से जूझते हैं. आयुर्वेद के अनुसार, सर्दियों में आवंला की चटनी का सेवन करना इन समस्याओं में राहत दिलाने में सहायक हो सकता है.

आवंला, जिसे भारतीय गूजबेरी भी कहा जाता है, विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट और आवश्यक खनिजों से भरपूर होता है. यह शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने, त्वचा को निखारने और पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मदद करता है.

जोड़ों के दर्द में लाभदायक

सर्दियों में जोड़ों का दर्द और सूजन आम समस्या है. ठंड के कारण मांसपेशियां सख्त हो जाती हैं, जिससे जोड़ों में खिंचाव और दर्द होता है. आवंला की चटनी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी तत्व शरीर के ऊतकों को मजबूती प्रदान करते हैं और सूजन को कम करने में मदद करते हैं. इसके नियमित सेवन से जोड़ों का दर्द कम हो सकता है और शरीर को ठंड से लड़ने की शक्ति मिलती है.

यूरिक एसिड को फ्लश आउट करता है

यूरिक एसिड का बढ़ना शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है, जिससे गठिया और किडनी से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं. आवंला में विटामिन सी और फाइबर की अधिकता होने के कारण यह यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में सहायक है. यह गुर्दों को डिटॉक्सिफाई करता है और शरीर में जमा गंदे तत्वों को बाहर निकालने में मदद करता है. इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर के टॉक्सिन्स को फ्लश करने का कार्य करते हैं, जिससे यूरिक एसिड के स्तर को संतुलित किया जा सकता है.

बनाने की विधि

आवंला की चटनी बनाना बेहद आसान है. ताजे आवंला को धोकर, बारीक काट लें. इसमें हरी मिर्च, अदरक, पुदीना और हरा धनिया मिलाकर मिक्सर में पीस लें. स्वादानुसार नमक डालकर इसे भोजन के साथ खाएं.