Ghaziabad Tattoo HIV: गाजियाबाद में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां 68 महिलाओं के HIV संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. इनमें से 20 महिलाओं का दावा है कि टैटू बनवाने के बाद उन्हें यह संक्रमण हुआ है. जिसके बाद यह आशंका है कि टैटू आर्टिस्ट ने एक ही सुई का बार-बार उपयोग किया, जिससे संक्रमित सुई के जरिए यह जानलेवा वायरस फैल गया है.
महिलाओं ने बताया कि टैटू आर्टिस्ट ने बिना सुई को सैनिटाइज किए बार-बार इस्तेमाल किया. जब एक ही सुई का उपयोग कई लोगों पर होता है, तो इससे संक्रमण का खतरा कई गुना बढ़ जाता है. यह घटना टैटू बनवाने के समय साफ-सफाई और स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए जागरूकता की कमी को उजागर करती है.
टैटू बनवाना आजकल एक फैशन बन गया है, लेकिन इस शौक के चलते लोग गंभीर स्वास्थ्य जोखिम उठा रहे हैं. टैटू बनवाते समय साफ-सफाई और सुरक्षा पर ध्यान न देना, HIV जैसी खतरनाक बीमारियों को आमंत्रण देने जैसा है. टैटू बनवाते समय यह ध्यान रखना बेहद जरूरी है कि सभी उपकरण सैनिटाइज हों.
जांच में यह भी सामने आया कि लोग सस्ते में टैटू बनवाने के चक्कर में ऐसी जगहों पर जाते हैं, जहां स्वास्थ्य सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा जाता. एक टैटू आर्टिस्ट के एक ही सुई और इंक का बार-बार उपयोग करना जानलेवा बना सकता है.
एक्सपर्ट का कहना है कि टैटू की स्याही में ऐसे केमिकल्स होते हैं, जो स्किन और नर्वस सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकते हैं. कुछ केमिकल्स स्किन कैंसर तक का खतरा बढ़ा सकते हैं. इसलिए टैटू बनवाने से पहले स्याही की जांच भी जरुरी है.
डॉक्टर्स बताते हैं कि टैटू के जरिए HIV के अलावा कई दूसरी बीमारियों का भी खतरा है. यह किडनी और इम्यून सिस्टम पर भी बुरा असर डाल सकता है. टैटू से जुड़े जोखिमों को समझना और जरूरी सावधानियां बरतना हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है.