कैंसर अनुवांशिक और पर्यावरणीय कारणों से हो सकता है. इसके साथ ही एक स्टडी में यह भी बात सामने आई है कि हम जो फूड कंज्यूम करते हैं वह भी कैंसर का कारण बन सकता है. कैंसर का अभी तक कोई पुख्ता इलाज नहीं बना है. इससे बचाव ही इसका सबसे अच्छा इलाज है. आज के समय में कैंसर किसी भी उम्र के व्यक्ति में देखने को मिलता है. लाखों लोग कैंसर की वजह से अपनी जिंदगी की जंग हार जाते हैं. ज्यादातर मामलों में कैंसर का पता देर से चलता है. वहीं, आजकल आर्टिफिशियल स्वीटनर, प्लास्टिक और प्रोसेस्ड फूड का बढ़ता उपयोग कैंसर का कारण बन रहा है.
कैंसर दबे पांव आने वाली बीमारी है. इसका पता लोगों को जब तक चलता है, तब तक काफी देर हो चुकी होती है. इस कारण इसके प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए 4 फरवरी को कैंसर दिवस मनाया जाता है.
एक रिसर्च के मुताबिक कई ऐसे फूड्स बताए गए हैं, जिनको कंज्यूम करने से कैंसर का खतरा कई गुना तक बढ़ जाता है. इस कारण इस प्रकार के खाने को अवॉइड करना ही समझदारी है.
आजकल लोग बाजार में मिलने वाले प्रोसेस्ड फूड का ज्याद इस्तेमाल करते हैं. यह फूड्स आपकी हेल्थ को नुकसान पहुंचाते हैं. प्रोसेस्ड फूड्स में पोषक तत्वों की मात्रा काफी कम होती है. इसके साथ ही इसमें प्रिजर्वेटिव्स और ऑर्टिफिशियल स्वीटनर का भी इस्तेमाल किया जाता है. इससे मोटापा, ब्लड शुगर जैसी समस्याओं में इजाफा होता है. इन फूड्स को सेवन करने से कैंसर का खतरा कई गुना तक बढ़ जाता है.
अगर आप ज्यादा मात्रा में अल्कोहल कंज्यूम करते हैं और पान मसाला को सिगरेट के रूप में तंबाकू को लेते हैं तो इससे पेट, मुंह, लंग्स आदि के कैंसर होने का खतरा काफी अधिक हो जाता है.
रिफाइंड ऑयल, मैदा, चीनी आदि में कैंसर कोशिकाओं को बढ़ाने की क्षमता पाई जाती है. इस कारण इन फूड्स का सेवन नहीं करना चाहिए. इनकी जगह पर अलग ऑप्शन्स का इस्तेमाल करना चाहिए.
आजकल डिब्बाबंद और पैक्ड फूड का चलन काफी अधिक बढ़ गया है. इस कारण कैंसर होने का खतरा भी बढ़ने लगा है. रेडी टू कुक फूड्स में बिस्फेनॉल ए नामक एक केमिकल होता है. भोजन में घुलकर शरीर में जाने से यह केमिकल हार्मोनल असंतुलन और डीएनए में परिवर्तन व कैंसर का कारण बन सकता है.
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