नई दिल्लीः पाकिस्तान के गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा है कि यदि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री रहे इमरान खान देश की खुफिया और गोपनीय जानकारी के मामले में सहयोग नहीं करेंगे तो उन्हें गिरफ्तार करने से पाकिस्तानी सरकार नहीं हिचकेगी. पाकिस्तान में गोपनीय जानकारी लीक होने को सिफर मामले के नाम से जाना जाता है.
इमरान के करीबी ने लगाया आरोप
इमरान के एक करीबी ने उन पर पाकिस्तान की सरकार को गिराने में गुप्त संदेश का उपयोग करने का आरोप लगाया था. इस प्रक्रिया को अमेरिका में अंजाम दिया गया था. इमरान के करीबी के बयान के बाद पाक के गृहमंत्री राणा का यह बयान आया है.
संघीय जांच एजेंसी कर सकती है कार्रवाई
पाकिस्तान के गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह ने कहा है कि यदि इमरान खान सिफर मामले की जांच में सहयोग नहीं करते हैं तो उन्हें संघीय जांच एजेंसी (FIA) गिरफ्तार कर सकती है. राणा ने मीडिया से बात करते हुए इमरान खान के पूर्व प्रधान सचिव आजम खान के बयान पर भरोसा जताया. प्रधान सचिव ने इमरान पर राजनीतिक बढ़त हासिल करने के लिए गोपनीय दस्तावेजों का सहारा लेने और अमेरिका में पाकिस्तान के मिशन से एक सिफर ( सांकेतिक या कोड वर्ड वाला गुप्त संचार ) का इस्तेमाल का आरोप लगाया था.
25 जुलाई तक पेश होने का समय
पाक के समाचार पत्र डॉन के मुताबिक एफआईए ने इमरान को नोटिस भेजा है. सिफर मामले में भेजे गए नोटिस के संदर्भ में इमरान को 25 जुलाई तक ब्यूरो में पेश होने के लिए कहा गया है.यदि वह ऐसा नहीं करते हैं तो जांच एजेंसियां उन पर कार्रवाई करते हुए अरेस्ट कर सकती हैं.जांच में एफआईए सबूतों के मिलने पर सिफारिश करेगी इस मामले में कौन-कौन शामिल था फिर उन पर आपराधिक मामले दर्ज किए जाएंगे.
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