US Presidential Election: अमेरिकी चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प की हालिया जीत ने एक बार फिर राजनीति की दुनिया में हलचल मचा दी है. लेकिन, इस बार चर्चा का केंद्र केवल ट्रम्प नहीं, बल्कि उनकी सफलता के पीछे छिपा एक और बड़ा नाम है एलोन मस्क.
यह सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या एलोन मस्क वास्तव में ट्रम्प की जीत के पीछे का असली मास्टरमाइंड हैं? और क्या मस्क ने चुनाव में ऐसी रणनीति अपनाई कि कमला हैरिस जैसी अनुभवी नेता भी इसे समझ नहीं पाईं?
एलोन मस्क और डोनाल्ड ट्रम्प के रिश्ते ने पिछले कुछ वर्षों में काफी उतार-चढ़ाव देखे हैं. ट्रम्प के प्रशासन में एलोन मस्क को सलाहकार समिति में शामिल किया गया था, लेकिन बाद में मस्क ने खुद को इससे अलग कर लिया. हालांकि, अब राजनीतिक विश्लेषक दावा कर रहे हैं कि मस्क और ट्रम्प के बीच एक अनकही समझ और सामरिक साझेदारी फिर से पनप रही है.
कुछ राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि मस्क ने ट्रम्प के चुनावी अभियान में अप्रत्यक्ष रूप से मदद की है. मस्क की टेक्नोलॉजी और सोशल मीडिया पर पकड़ ने ट्रम्प के संदेश को लोगों तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. मस्क के अधिग्रहण के बाद ट्विटर (जिसे अब X के नाम से जाना जाता है) पर ट्रम्प समर्थक संदेशों का प्रसार और अधिक प्रभावी ढंग से हुआ.
कमला हैरिस, जो ट्रम्प के खिलाफ डेमोक्रेटिक उम्मीदवार की एक मजबूत चेहरा मानी जाती हैं, ने इस बार के चुनाव में कई क्षेत्रों में बेहतरीन प्रदर्शन किया, लेकिन मस्क की रणनीति की वजह से उनके अभियान को कई बार बाधाओं का सामना करना पड़ा.
मस्क ने सोशल मीडिया पर ट्रम्प समर्थक समुदायों को न केवल बढ़ावा दिया बल्कि उनके लिए एक ऐसा प्लेटफॉर्म भी तैयार किया जहां वे खुलकर अपनी बात रख सकें. X पर ट्रम्प समर्थकों की बढ़ती सक्रियता और विशेष प्रकार के हैशटैग और विचारधाराओं का प्रसार इस ओर इशारा करता है कि मस्क की टेक-स्ट्रेटेजी से डेमोक्रेटिक कैंपेन पर खासा प्रभाव पड़ा.
अब सवाल उठता है कि क्या एलोन मस्क और डोनाल्ड ट्रम्प का यह गठबंधन आगे भी बना रहेगा? मस्क की प्रभावशाली टेक्नोलॉजी और ट्रम्प की राजनीतिक कुशलता के इस संयोजन ने कई राजनीतिक विश्लेषकों को भी चौंका दिया है. कुछ का मानना है कि यह एक अस्थायी गठबंधन है, जो केवल इस चुनाव तक सीमित रहेगा, जबकि अन्य इसे आने वाले चुनावों में और मजबूत होते देख रहे हैं.
कमला हैरिस और डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए यह एक चेतावनी भी हो सकती है कि टेक्नोलॉजी और सोशल मीडिया पर अपनी पकड़ मजबूत किए बिना वे भविष्य में मस्क जैसे प्रभावशाली व्यक्तित्वों से निपटना मुश्किल पाएंगे.