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US Election Result 2024: डोनाल्ड ट्रंप- कमला हैरिस में कांटे की टक्कर, टाई होने पर किसके सिर सजेगा राष्ट्रपति का ताज?

US Election Result 2024: अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव पर पूरी दुनिया की नजर है. वोटिंग के साथ चुनावी परिणाम भी सामने आने लगे हैं. इस बार ट्रंप और कमला हैरिस के बीच कांटे की टक्कर चल रही है. ये टक्कर ऐसी है कि दोनों के बीच मुकाबला टाई भी हो सकता है. अगर ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई तो क्या होगा? आइए इस सवाल का जवाब जानने की कोशिश करते हैं.

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Edited By: India Daily Live
US Election Result 2024
Courtesy: Social Media

US Election Result 2024: दुनिया की सबसे बड़ी महाशाक्ति अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए मतदान और वोटों की गिनती जारी है. एक ओर डोनाल्ड ट्रंप हैं तो दूसरी ओर कमला हैरिस दोनों के बीच कांटे का मुकाबला जारी है. दोंने एक दूसरे को कांटे की टक्कर दे रहे हैं. लेकिन एक स्थिति इस बार ऐसी भी बनती दिख रही है कि दोनों के बीच मुकाबला टाई हो सकता है. यानी दोनों प्रत्याशियों को बराबार वोट मिल सकते हैं. हालांकि, इसकी संभावना बहुत ही कम है लेकिन अगर ऐसा हुआ तो अमेरिका के राष्ट्रपति का ताज किसके सिर चढ़ेगा? इसी सवाल का जवाब लेकर हम हाजिर हैं. 

अमेरिका में राष्ट्रपति का चुनाव सीधे जनता के वोट से नहीं होता है, बल्कि इसका निर्णय 538-सदस्यीय इलेक्टोरल कॉलेज के माध्यम से होता है. हर राज्य को उसके कांग्रेस में प्रतिनिधित्व के अनुसार ‘इलेक्टर्स’ दिए जाते हैं. राष्ट्रपति बनने के लिए किसी उम्मीदवार को कम से कम 270 इलेक्टोरल वोट चाहिए. लेकिन अगर दोनों उम्मीदवारों को 269-269 वोट मिलते हैं, तो इसे टाई माना जाता है और इसका समाधान अमेरिकी संविधान में दर्ज है.

अगर ट्रंप और हैरिस को 269-269 वोट मिले तो क्या होगा?

अगर अमेरिका में राष्ट्रपति पद का चुनाव में दोनों उम्मीदवारों को बराबर-बराबर वोट मिलते हैं तो मुकाबला टाई हो जाएगा. ऐसी स्थिति में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति का निर्णय अमेरिकी कांग्रेस द्वारा लिया जाता है. संविधान के अनुसार, राष्ट्रपति का चुनाव प्रतिनिधि सभा (हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स) करती है, जबकि उपराष्ट्रपति का चुनाव सीनेट करती है. हाउस में हर राज्य के प्रतिनिधियों को मिलकर एक वोट डालना होता है और जीतने के लिए किसी भी उम्मीदवार को 26 राज्यों का समर्थन चाहिए. वहीं, सीनेट के प्रत्येक सदस्य का एक वोट होता है और साधारण बहुमत से उपराष्ट्रपति चुना जाता है.

इस प्रक्रिया में आने वाली चुनौतियां

अमेरिका के जिन राज्यों मे कम से कम 2 प्रतिनिधी होते हैं वहां इंटरनल वोटिंग होती है. फिर उनमे से जो जीतता है वह राष्ट्रपति को चुनने के लिए वोट करेगा ताकि यह तय हो सके कि वो राज्य किस उम्मीदवार का समर्थन कर रहा है. ये प्रक्रिया बहुत ही कठिन है. खासकर उन राज्यों में जहां प्रतिनिधि दोनों पार्टियों के हों. इसके अलावा, हाउस को प्रक्रिया के लिए नियम तय करने होंगे ताकि सही तरीके से निर्णय लिया जा सके.

साल 1800 में टाई हुआ था अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव

यह स्थिति केवल एक संभावना नहीं है; ऐसा 1800 के चुनाव में हो चुका है. यानी 224 साल पहले. उस समय थॉमस जेफरसन और जॉन एडम्स के बीच कांटे की टक्कर थी, और मामला कांग्रेस तक पहुंचा. कांग्रेस ने गहन विचार-विमर्श के बाद थॉमस जेफरसन को राष्ट्रपति चुना.

इस स्थिति में टाई हो सकता है मुकाबला

हालांकि 2024 का चुनाव अभी जारी है, एक संभावित टाई के लिए कुछ प्रमुख राज्यों में परिणाम बदलने की संभावना हो सकती है. उदाहरण के लिए, अगर कमला हैरिस जैसे डेमोक्रेट उम्मीदवार विस्कॉन्सिन, मिशिगन और पेनसिल्वेनिया जैसे राज्य जीतते हैं, जबकि डोनाल्ड ट्रम्प जैसे रिपब्लिकन उम्मीदवार जॉर्जिया, एरिजोना, नेवाडा और नॉर्थ कैरोलिना में जीत दर्ज करते हैं, तो टाई हो सकती है.